बाबूलाल मरांडी ने दोहराया– “जल-जंगल-जमीन के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे”
रांची, 31 मई। रांची जिले के कांके प्रखंड अंतर्गत नगड़ी क्षेत्र में प्रस्तावित रिम्स-2 (RIMS-2) सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल परियोजना के लिए राज्य सरकार द्वारा जबरन भूमि मापी और अधिग्रहण के प्रयासों के खिलाफ आदिवासियों और किसानों का संघर्ष लगातार तेज़ होता जा रहा है।
इस संघर्ष में आज बड़ा राजनीतिक समर्थन उस समय देखने को मिला जब भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष श्री बाबूलाल मरांडी खुद नगड़ी पहुंचे और आंदोलनरत ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने वहां धरने पर बैठे ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि भाजपा उनके जल-जंगल-जमीन के अधिकारों की लड़ाई में अंतिम साँस तक साथ खड़ी रहेगी।
🔻 बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर बोला तीखा हमला
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए श्री मरांडी ने झारखंड सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा,
“हेमंत सोरेन सरकार संविधान द्वारा प्रदत्त आदिवासी स्वशासन और ग्रामसभा की सहमति जैसे संवैधानिक प्रावधानों की खुलेआम अवहेलना कर रही है। नगड़ी के इस पवित्र क्षेत्र में ग्रामसभा की बिना सहमति के की जा रही भूमि मापी न सिर्फ अलोकतांत्रिक है, बल्कि यह आदिवासियों की पहचान, संस्कृति और अस्तित्व पर सीधा हमला है।”
उन्होंने स्पष्ट कहा कि भाजपा भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के हर प्रावधान की रक्षा करेगी और बिना ग्रामसभा की लिखित सहमति के कोई भी परियोजना ज़बरन नहीं बनने दी जाएगी।
🌿 नगड़ी: सिर्फ ज़मीन नहीं, एक सांस्कृतिक विरासत
नगड़ी का यह क्षेत्र सदियों पुराना आदिवासी सांस्कृतिक स्थल माना जाता है। यहाँ के ग्रामीणों का कहना है कि रिम्स-2 अस्पताल का निर्माण अगर इस जमीन पर होता है तो यह न केवल उनकी कृषि और आजीविका को नष्ट कर देगा, बल्कि सांस्कृतिक परंपराओं और धार्मिक स्थलों का भी विनाश होगा।
भाजपा नेताओं ने ग्रामीणों के इस तर्क का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य सरकार को यदि परियोजना करनी है तो वह वैकल्पिक भूमि की पहचान करे, लेकिन नगड़ी की जमीन किसी कीमत पर नहीं दी जाएगी।
🗣️ “जल, जंगल, ज़मीन हमारा अधिकार है – कोई छीनेगा तो संघर्ष और तेज़ होगा”
ग्रामीणों से बात करते हुए श्री मरांडी ने जोर देते हुए कहा,
“आदिवासियों और किसानों का संघर्ष सिर्फ एक भूमि का नहीं, बल्कि अपने अस्तित्व, संस्कृति और संविधानिक अधिकारों की रक्षा का आंदोलन है। यदि सरकार नहीं झुकी, तो हम भी नहीं झुकेंगे। यह संघर्ष गाँव-गाँव में फैलेगा और सरकार को पीछे हटना ही पड़ेगा।”
🤝 भाजपा ने जताया पूर्ण समर्थन, संघर्ष में साथ रहने का संकल्प
इस मौके पर भाजपा नेता श्री अशोक बड़ाईक, स्थानीय पदाधिकारीगण, एवं सैकड़ों की संख्या में उपस्थित ग्रामीण भी मौजूद थे। भाजपा नेताओं ने आंदोलनकारियों से कहा कि वे प्रशासन या पुलिस के किसी दबाव में न आएं, और भाजपा का संगठनिक तंत्र हर स्तर पर कानूनी, सामाजिक और राजनीतिक सहायता प्रदान करेगा।
📝 भाजपा ने राज्यपाल और केंद्र को भेजी रिपोर्ट
भाजपा प्रदेश कार्यालय ने नगड़ी भूमि अधिग्रहण मामले को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट राज्यपाल और केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय को भेजने की पुष्टि की है। पार्टी की मांग है कि:
- नगड़ी में जारी भूमि मापी प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए।
- ग्रामसभा की अनुमति के बिना कोई अधिग्रहण अमान्य घोषित किया जाए।
- आदिवासी अधिकारों के संरक्षण हेतु एक उच्चस्तरीय जांच आयोग का गठन हो।
- भूमि अधिग्रहण विरोधी ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए।
📌 बातचीत के बजाय बल प्रयोग, हेमंत सरकार की लोकतांत्रिक विफलता : भाजपा
भाजपा नेताओं ने कहा कि यदि राज्य सरकार संवाद और सहमति के लोकतांत्रिक रास्ते को छोड़कर बल प्रयोग के ज़रिये परियोजना थोपने की कोशिश करती है, तो यह साफ संकेत है कि जनहित नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और ठेकेदारी की राजनीति इस परियोजना के पीछे काम कर रही है।
📣 नगड़ी संघर्ष अब राज्यव्यापी आंदोलन का रूप लेगा
श्री बाबूलाल मरांडी ने घोषणा की कि भाजपा जल्द ही इस मुद्दे पर राज्यव्यापी जनजागरण अभियान शुरू करेगी। ग्रामसभा की ताकत और आदिवासी अधिकारों की जानकारी को जन-जन तक पहुँचाया जाएगा ताकि कोई सरकार भविष्य में ऐसा दुस्साहस न कर सके।
📍 रिपोर्ट: अशोक कुमार झा
📰 संपादक – रांची दस्तक / PSA Live News

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