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भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर ट्रंप का यू-टर्न: बोले- "मैंने मध्यस्थता नहीं की, लेकिन तनाव कम करने में मदद की"


वॉशिंगटन/दोहा।
भारत और पाकिस्तान के बीच घोषित हालिया सीजफायर को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पुराने बयानों से यू-टर्न लेते हुए अब दावा किया है कि उन्होंने भले ही सीधे तौर पर मध्यस्थता नहीं की, लेकिन इस संघर्ष को टालने और तनाव कम करने में अहम भूमिका निभाई। ट्रंप के इस बयान से न केवल उनकी कूटनीतिक भूमिका पर सवाल उठे हैं, बल्कि यह भी स्पष्ट हो गया है कि भारत-पाक सीमा पर शांति स्थापना में अंतरराष्ट्रीय दखल कितनी हद तक प्रभावी रही है।

ट्रंप बोले: “मैंने नहीं कहा कि मैंने मध्यस्थता की... लेकिन मदद जरूर की”

कतर के दोहा में एक संबोधन के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,

“मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने ऐसा किया, लेकिन मैंने पिछले सप्ताह पाकिस्तान और भारत के बीच समस्या को सुलझाने में निश्चित रूप से मदद की, जो अधिक से अधिक शत्रुतापूर्ण होती जा रही थी… और अचानक, आप एक अलग प्रकार की मिसाइलों को देखना शुरू कर देते। हमने इसे सुलझा लिया।”

ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से व्यापार को लेकर भी बातचीत की और इसे सीजफायर की दिशा में एक सकारात्मक मोड़ बताया।

"भारत और पाकिस्तान 1000 साल से लड़ते आ रहे हैं" – ट्रंप की विवादास्पद टिप्पणी

अपने भाषण में ट्रंप ने एक और बयान दिया जो विवाद का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा,

“वे लगभग 1000 सालों से पूरी ईमानदारी से लड़ रहे हैं। इसलिए मैंने कहा, ‘मैं इसे सुलझा सकता हूं’। लेकिन यह एक मुश्किल काम है। यह वास्तव में नियंत्रण से बाहर होने वाला था।”

उनकी यह टिप्पणी ऐतिहासिक दृष्टि से अतिशयोक्ति मानी जा सकती है, क्योकि पाकिस्तान के बने हुए अभी सिर्फ 77 साल पूरे हो सके हैं । लेकिन इससे इतना साफ है कि ट्रंप दक्षिण एशिया में लंबे समय से चले आ रहे इस  टकराव को विश्व राजनीति के एक गंभीर मुद्दे के रूप में देखते हैं।

सीजफायर की घोषणा ट्रंप ने पहले की थी ट्वीट

10 मई को भारत और पाकिस्तान द्वारा घोषित पूर्ण युद्धविराम की जानकारी सबसे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ही सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की थी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था:

“मैं यह घोषणा करते हुए काफी खुशी महसूस कर रहा हूं कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम पर सहमति जताई है। दोनों देशों को सामान्य समझदारी और श्रेष्ठ बुद्धिमत्ता का परिचय देने के लिए बधाई।”

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का एक्शन, पाकिस्तान पर दबाव

इस युद्धविराम से पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भीषण आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 से अधिक पर्यटक मारे गए थे। इस घटना के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में बने आतंकी ठिकानों पर निर्णायक कार्रवाई की थी। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया था।

इसके जवाब में पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने रास्ते में ही नष्ट कर दिया। इस टकराव के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती चिंता को देखते हुए सीजफायर की संभावना तेज हुई।


डोनाल्ड ट्रंप का यह नया बयान उनकी पूर्ववर्ती कूटनीतिक भूमिका की ओर इशारा करता है, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट करता है कि अमेरिका अपनी वैश्विक भूमिका को लेकर एक अस्पष्ट नीति के साथ चलता है। जहां भारत हमेशा से किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को नकारता आया है, वहीं ट्रंप का ‘मदद’ का दावा नई बहस को जन्म दे सकता है।

भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर ट्रंप का यू-टर्न: बोले- "मैंने मध्यस्थता नहीं की, लेकिन तनाव कम करने में मदद की" भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर ट्रंप का यू-टर्न: बोले- "मैंने मध्यस्थता नहीं की, लेकिन तनाव कम करने में मदद की" Reviewed by PSA Live News on 10:00:00 pm Rating: 5

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