पुस्तक "योगी आदित्यनाथ: एक युग नायक" का भव्य विमोचन समारोह संपन्न, सुशासन व राष्ट्रनिर्माण पर हुई सार्थक चर्चा
नई दिल्ली, बीती रात: श्रीराम सेवा साहित्य संस्थान के मंच पर रविवार रात्रि 9 बजे वरिष्ठ लेखिका सुशी सक्सेना द्वारा रचित पुस्तक "योगी आदित्यनाथ: एक युग नायक" का भव्य विमोचन समारोह उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन में साहित्य, समाजसेवा और पत्रकारिता से जुड़े अनेक प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने सहभागिता की।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं पुस्तक की लेखिका सुशी सक्सेना, संस्थान की संस्थापिका दिव्यांजली वर्मा, और प्रमुख प्रकाशक प्रशांत श्रीवास्तव। कार्यक्रम की गरिमा को आगे बढ़ाते हुए इंडियन आइरिस के संस्थापक नारायण सिंह राव ‘सैलाब’, सामाजिक कार्यकर्ता डॉली झा, और युवा चिंतक सुभांशु शर्मा भी मंच पर उपस्थित रहे।
पुस्तक में झलकता है एक युग पुरुष का यथार्थ चित्रण
इस अवसर पर वक्ताओं ने पुस्तक के बहुआयामी विषयवस्तु और लेखन की प्रामाणिकता पर गहन चर्चा की। "योगी आदित्यनाथ: एक युग नायक" शीर्षक वाली यह कृति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन, उनके सन्यासी व्यक्तित्व, राजनीतिक यात्रा और सुशासन की नीति पर आधारित है। चर्चा के दौरान वक्ताओं ने यह रेखांकित किया कि पुस्तक केवल एक जीवनी नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण के एक समर्पित तपस्वी की यथार्थ कथा है।
पुस्तक पढ़ते हुए पाठकों को यह अनुभव होता है कि लेखक पीछे छूट जाता है और प्रत्येक पृष्ठ पर स्वयं योगी आदित्यनाथ की प्रेरक छवि मुखर हो उठती है। विशेषकर उन प्रसंगों को सराहा गया जिनमें योगी जी के कठिन सन्यास जीवन, शुचितापूर्ण आचरण, और कठोर अनुशासन का वर्णन भावुकता और यथार्थ के संतुलन के साथ किया गया है।
सुशासन की प्रतीक योजनाओं का दस्तावेज़
पुस्तक में लगभग 30 पृष्ठों में महिला सशक्तिकरण से संबंधित उन सभी योजनाओं और कार्यों का उल्लेख किया गया है, जो योगी सरकार की विशिष्ट पहचान बन चुके हैं। 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना', 'मिशन शक्ति अभियान', और 'महिला सुरक्षा बल' जैसे प्रयासों को विशेष रूप से रेखांकित किया गया है।
इसके अतिरिक्त अपराध और भ्रष्टाचार में डूबे प्रदेश को योगी सरकार ने जिस तरह सुशासन में परिवर्तित किया, उसकी विस्तृत जानकारी इस कृति में दस्तावेज़ रूप में समाहित है। वक्ताओं का मत था कि यह पुस्तक केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि हिंदुस्तान में राजनीति और आध्यात्म के संगम की प्रेरक मिसाल प्रस्तुत करती है।
कार्यक्रम का समापन और लेखिका का उद्गार
कार्यक्रम का सफल संचालन करने के उपरांत दिव्यांजली वर्मा ने समस्त अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए आयोजन का विधिवत समापन किया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
लेखिका सुशी सक्सेना ने अपने वक्तव्य में कहा, “मेरे लिए यह अत्यंत गौरव और सौभाग्य की बात है कि मुझे एक युग नायक, एक राष्ट्र पुरुष – योगी आदित्यनाथ जी पर लेखन का अवसर प्राप्त हुआ। यह मेरे जीवन का एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण है।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सुधी पाठकों, लेखकों और पत्रकारों की उपस्थिति रही। आयोजन में साहित्य और राष्ट्र चेतना के संगम का अद्वितीय दृश्य देखने को मिला।
कार्यक्रम के दौरान मंच पर लेखिका सुशी सक्सेना, दिव्यांजली वर्मा, प्रकाशक प्रशांत श्रीवास्तव, नारायण सिंह राव 'सैलाब' सहित अन्य अतिथि।
Reviewed by PSA Live News
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3:06:00 pm
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