राजस्व प्रशासन में सुधार की दिशा में रांची उपायुक्त की बड़ी पहल: अंचल अधिकारियों की कार्यशैली उन्नयन हेतु कार्यशाला, म्यूटेशन एवं सरकारी भूमि सुरक्षा पर विशेष फोकस
रांची, 12 जून 2025 । राजस्व प्रशासन की पारदर्शिता और दक्षता को मजबूत करने के उद्देश्य से रांची के उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने एक बार फिर निर्णायक कदम उठाए हैं। समाहरणालय परिसर के ब्लॉक-B स्थित कक्ष संख्या-505 में आयोजित राजस्व से संबंधित समीक्षात्मक बैठक एवं अंचल निरीक्षक/राजस्व उप निरीक्षक के कार्यशैली उन्नयन हेतु कार्यशाला में जिले भर के अंचलाधिकारी, राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।
यह कार्यशाला लगभग एक महीने में दूसरी बार आयोजित की गई, जो यह दर्शाता है कि राजस्व व्यवस्था को अधिक प्रभावी, पारदर्शी एवं जनोन्मुखी बनाने को लेकर जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है।
✅ मूलभूत दिशा-निर्देश: लंबित मामलों के शीघ्र निष्पादन का आदेश
उपायुक्त श्री भजन्त्री ने विशेष रूप से कहा कि प्रत्येक अंचल में हल्कावार लंबित म्यूटेशन मामलों की समीक्षा की जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि बिना आपत्ति वाले दाखिल-खारिज के मामलों को 30 दिन से अधिक लंबित नहीं रखा जाए, और 90 दिन से अधिक पुराने म्यूटेशन केसों का तत्काल निष्पादन हो।
साथ ही, जाति, आवासीय प्रमाण-पत्र, सीमांकन एवं परिशोधन पोर्टल पर लंबित मामलों के निपटारे को भी प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया।
🛑 सरकारी भूमि सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश
उपायुक्त श्री भजन्त्री ने कहा कि हर अंचल क्षेत्र में सरकारी जमीनों की पहचान कर यथाशीघ्र बोर्ड लगाए जाएं, और इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट अनिवार्य रूप से जिला कार्यालय में प्रस्तुत की जाए।
उन्होंने चेतावनी दी कि—
“यदि किसी अंचल में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया, तो संबंधित अंचलाधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
⚠️ भू-अर्जन मामलों में लापरवाही पर फटकार
कांके अंचल क्षेत्र के नगड़ी, चामा एवं बुकरु में भूमि की प्रकृति बदलकर अवैध खरीद-बिक्री के मामलों में उपायुक्त ने संबंधित सीआई व कर्मचारियों को म्यूटेशन पर रोक लगाने और जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
इसके अलावा, सेम्बो क्षेत्र में एनएचएआई परियोजना से संबंधित भू-अर्जन कार्य में अनावश्यक विलंब को लेकर जिम्मेदार कर्मचारी को सीधे फटकार लगाई गई।
📌 कार्यालयों में आम जनता की पहुँच और व्यवहार पर विशेष ध्यान
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि—
-
हर मंगलवार को अंचल अधिकारी कार्यालय में आम जनता से मिलें और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं।
-
सप्ताह के अन्य कार्यदिवसों में भी दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक आम लोगों की समस्याओं को सुना जाए।
उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे—
"लोगों से शालीन व्यवहार करें, उनके प्रति संवेदनशील बनें और समस्याओं का स्पष्ट व ईमानदार समाधान बताएं।"
🚫 बिचौलियों और भू-माफिया के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति
राजस्व कार्यालयों में बिचौलियों और भू-माफिया की संभावित घुसपैठ को लेकर उपायुक्त ने बेहद कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा:
"कार्यालय परिसर में यदि कोई बिचौलिया या भू-माफिया नजर आए, तो तत्काल संबंधित थाना को सूचित करें।"
साथ ही आम नागरिकों से भी आग्रह किया गया कि यदि उन्हें इस प्रकार की कोई गतिविधि नजर आती है तो वे तुरंत ‘अबुआ साथी-9430328080’ (जिला प्रशासन का शिकायत व्हाट्सएप नंबर) पर सूचना दें।
जानकारी देनेवाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
🧘♂️ योगदा सत्संग द्वारा अधिकारियों को दी गई प्रेरणा
कार्यशाला की शुरुआत एक सकारात्मक पहल से हुई, जहां योगदा सत्संग समाज के संतों द्वारा राजस्व निरीक्षकों को कार्यशैली में सुधार, सकारात्मक दृष्टिकोण और मानवीय संवेदनशीलता की दिशा में प्रेरित किया गया। यह पहल कार्य संस्कृति में आंतरिक बदलाव लाने की दिशा में एक नई शुरुआत मानी जा रही है।
रांची जिला प्रशासन द्वारा लगातार आयोजित की जा रही ये कार्यशालाएं और सघन समीक्षा बैठकें यह स्पष्ट करती हैं कि—
➡️ दाखिल-खारिज, म्यूटेशन, सरकारी जमीनों की रक्षा, आमजन की सुनवाई और पारदर्शिता — अब जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं।
➡️ उपायुक्त श्री भजन्त्री का नेतृत्व प्रशासनिक व्यवस्था में क्रियाशीलता, पारदर्शिता और जिम्मेदारी लाने की दिशा में न सिर्फ सक्रिय है, बल्कि प्रभावी भी।
📢 जनसहभागिता के बिना बदलाव अधूरा है, इसलिए जिला प्रशासन ने जनता से भी आग्रह किया है कि वे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, बिचौलिये या भ्रष्ट आचरण की सूचना तत्काल दें।
🗓️ रांची प्रशासन की यह पहल, झारखंड में प्रशासनिक सुधार के लिए एक प्रेरणास्पद मॉडल बन सकती है।
✍️ PSA Live News विशेष रिपोर्ट
आपके अधिकार, आपकी खबर — पहले, सटीक और निष्पक्ष

कोई टिप्पणी नहीं: