ब्यूरो प्रमुख आलोक कुमार झा की रिपोर्ट।
मधुबनी/अंधराठाढ़ी। बिहार के मधुबनी जिले के अंधराठाढ़ी थाना क्षेत्र स्थित सहुरिया गांव में हाल ही में हुई सनसनीखेज डकैती कांड की जांच में पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है। घटना के बाद जहां गांव में भय और आक्रोश का माहौल था, वहीं पुलिस की तेज़ कार्रवाई और पेशेवर जांच से अब डकैती की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है।
डकैती के बाद हत्या, फिर शव बरामद
घटना की रात जब सहुरिया गांव में हथियारबंद अपराधियों ने धावा बोलकर एक घर में भीषण लूटपाट की थी, तो पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। लेकिन उसी रात डकैती स्थल से कुछ दूरी पर एक युवक का शव बरामद होने से सनसनी फैल गई थी। जांच में सामने आया कि अपराधियों के बीच लूट के माल के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ था और उसी दौरान चली गोली से एक डकैत की मौत हो गई थी।
मृतक की पहचान से खुला गिरोह का राज
पुलिस की गहन जांच में शव की पहचान प्रदीप साह के रूप में हुई थी, जो नेपाल का निवासी था और सीमापार से सक्रिय अंतरराज्यीय डकैती गिरोह का हिस्सा था। मृतक की पहचान ने पुलिस को पूरे गिरोह की गतिविधियों और नेटवर्क तक पहुँचने का बड़ा सुराग दिया। पुलिस का मानना है कि यही पहचान मामले की गुत्थी सुलझाने में निर्णायक साबित हो रही है।
बड़ी खबर: एक और अभियुक्त गिरफ्त में
जाँच की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने अब सहुरिया डकैती कांड में शामिल एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान जयनगर थाना क्षेत्र निवासी कमलेश कुमार सिंह के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी से पूछताछ में डकैती की योजना और गिरोह के अन्य सदस्यों की गतिविधियों से जुड़े अहम खुलासे की उम्मीद है।
जनता में लौट रहा भरोसा
डकैती की घटना ने सहुरिया और आसपास के गांवों में भय और असुरक्षा की लकीर खींच दी थी। लोग सवाल उठा रहे थे कि इतनी बड़ी वारदात करने वाले अपराधी आखिर कहाँ छिपे हैं। लेकिन जैसे-जैसे पुलिस ने मृतक की पहचान उजागर की और अब एक और आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई, ग्रामीणों का विश्वास लौटने लगा है।
गांव के एक बुजुर्ग ने कहा, “पहले हम डर में थे, लेकिन अब पुलिस की सक्रियता और पेशेवर जांच देखकर भरोसा हुआ कि अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा।”
पुलिस की तत्परता पर सराहना
मधुबनी पुलिस टीम ने जिस तरह से घटनास्थल की घेराबंदी की, खुफिया सूचनाओं को खंगाला और तकनीकी साधनों का इस्तेमाल करते हुए लगातार छापेमारी की — वह अत्यंत सराहनीय है। पुलिस ने बताया कि अब तक मिले इनपुट के आधार पर गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जीत
सहुरिया डकैती कांड की जांच ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराधी चाहे कितने भी संगठित हों, कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते। एक ओर आपसी विवाद में मारे गए अपराधी की पहचान ने गिरोह की गतिविधियों पर नकेल कसी, वहीं दूसरी ओर आरोपी कमलेश कुमार सिंह की गिरफ्तारी ने पुलिस की साख को और मजबूत किया है।
जनता, प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से इस सफलता के लिए मधुबनी पुलिस टीम को बधाई दी जा रही है।

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