ब्लॉग खोजें

आज मनेगा श्रीलक्ष्मी के अंश से अवतरित बालिका गोदाम्बा का प्राकाट्य महोत्सव


दिव्यदेशम् श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर  (तिरुपति बालाजी)मंदिर में  श्रावण शुक्ल , चतुर्थी तिथि,  तुला लग्न से युक्त पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र  और सभी  जगत् मंगलकारक योग में सोमवार  तदनुसार 28 जुलाई  को श्रीभूमिदेवी लक्ष्मीजी की अवतारिका श्रीआण्डाल देवी का अवतारोत्सव पूरे द्रविड़ शैली में मनाये जायेंगे । 

 इस पुण्य अवसर पर अखिलाण्ड कोटि ब्रह्माण्ड नायक    का विश्वरूप दर्शन,सुप्रभातम्,मंगलाशासन और तिरूवाराधन होगा । फिर भगवान् श्रीश्रीनिवास सहित श्रीश्रीदेवी, श्रीभूमिदेवी और चक्रराज सुदर्शन इत्यादि सभी प्रतिष्ठापित विग्रहों का महाभिषेक, अलंकार,महाआरती,भोग और महास्तुति आदि के बाद श्री आण्डाल देवी का प्रकाट्योत्सव मनाया जाएगा और अंत में आण्डाल देवी को समर्पित रक्षा-सूत्र उपस्थित भक्तों कों आशीर्वाद् स्वरुप धन-धान्य, आयु -आरोग्य,सुख- शान्ति और समृद्धि की कामना पूर्ति के लिये धारण कराया जायेगा ।


 *श्रीगोदांबा का संक्षिप्त परिचय* 


आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व तमिलनाडु के पांड्य क्षेत्र के श्री बिल्लपुत्तुर नगर में गरुड़ जी के अवतार श्री विष्णुचित्त आलवार संत तुलसी के बागान में तुलसी पौधे लगा रहे थे तो कुदाल से मिट्टी कोड़ने के समय सीताजी के समान पृथ्वी से एक दिव्य कन्या का प्रादुर्भाव हुआ ।

श्रीविष्णुचित्तजी उस कमनीय कन्या को गोद में उठा लिया और गोदा नाम दिया। कहते हैं यह कन्या साक्षात लक्ष्मी अवतरित थी जो भगवान की आज्ञा लेकर भागवद् विमुख लोगों को भगवान के पास पहुंचाने के लिए आई थी ।


श्रीविष्णुचित्त जी तुलसी वन से नित्य तुलसी एवं पुष्प की माला बनाकर वटपत्रशायी भगवान को निवेदित करते थे। गोदा देवी इसमें सहायता करती और चुपके-चुपके इस माला को स्वयं पहन कर दर्पण में अपने को देखती , भाव था की माला पहनकर भगवान कितना सुंदर लगेंगे। प्रभु को मैं कितनी सुंदर लगूंगी। श्री स्वामी जी ने एक दिन देख लिया। क्रोधित हुए और दुखी भी, पर भगवान ने स्वप्न में आदेश दिया की वह गोदा की पहनी माला ही धारण करेंगे ।भगवान ने स्वप्न में कहा कि वही माला मुझे प्रिय है ।


गोदा देवी को सयानी होने के नाते स्वामी जी चिंतित हुए विवाह के लिए गोदाजी उनकी चिंता जानकर स्पष्ट कह दिया कि वह विवाह भगवान से ही करेंगी। इस निमित्त उन्होंने कात्यायनी व्रत किया और मार्गशीर्ष के ब्रह्ममुहूर्त मैं नित्य यह व्रत का संपादन किया और इसके फल स्वरुप भगवान श्री रंगनाथ से विवाह किया। श्री गोदा देवी को आण्डाल के नाम से जाना जाता है ।

आज मनेगा श्रीलक्ष्मी के अंश से अवतरित बालिका गोदाम्बा का प्राकाट्य महोत्सव आज मनेगा श्रीलक्ष्मी के अंश से अवतरित बालिका गोदाम्बा का प्राकाट्य महोत्सव Reviewed by PSA Live News on 9:20:00 pm Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

Blogger द्वारा संचालित.