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बिजली विभाग की उदासीनता बनी खतरा: वार्ड संख्या 7 में बिजली के तारों पर गिरा पेड़ बना जानलेवा संकट, लोगों में दहशत का माहौल

संवाददाता – सुजीत मिश्र



मधुबनी। 
अंधराठाढ़ी दक्षिण पंचायत के वार्ड संख्या 7 में पिछले कई दिनों से एक जानलेवा स्थिति बनी हुई है, जो प्रशासनिक लापरवाही और बिजली विभाग की उदासीनता की पोल खोल रही है। बीते सप्ताह आए तेज आंधी-तूफान के दौरान एक विशाल पेड़ बिजली के तारों पर गिर गया था। तब से अब तक न तो पेड़ हटाया गया है, न ही बिजली विभाग की ओर से कोई मरम्मत कार्य शुरू किया गया है।

इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में बिजली के तार बुरी तरह झूल गए हैं और कई जगह सड़क भी अवरुद्ध हो गई है। स्थानीय लोगों को मजबूरन इन झूलते हुए जीवंत तारों के नीचे से गुजरना पड़ रहा है, जो किसी भी क्षण जानलेवा साबित हो सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी, लेकिन अब तक केवल ‘ आश्वासन ’ ही मिला है, कार्रवाई नहीं।

स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल
गांव के लोगों का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों का बाहर निकलना अब जोखिम भरा हो गया है। बारिश के मौसम में यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है क्योंकि गीली सड़क और खुले तार मिलकर किसी बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस रास्ते से रोजाना कई लोग खेतों और बाजार के लिए गुजरते हैं। हर कोई इस डर में जी रहा है कि कहीं किसी दिन कोई बड़ा हादसा न हो जाए।

ग्रामीणों ने जताया आक्रोश, कहा– कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे विरोध प्रदर्शन
स्थानीय नागरिकों में बिजली विभाग की इस लापरवाही को लेकर गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि विभाग जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो वे सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन करेंगे और बिजली कार्यालय का घेराव करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि जनता की सुरक्षा के साथ इस तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

ग्रामीणों की मांग:

  1. बिजली के तारों पर गिरे पेड़ को तुरंत हटाया जाए।
  2. क्षतिग्रस्त तारों और खंभों की तुरंत मरम्मत की जाए।
  3. प्रभावित क्षेत्र में स्थायी समाधान हेतु मजबूत बिजली व्यवस्था की जाए।

प्रशासन और विभाग मौन क्यों?
स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब तक ऐसी घटनाओं को ‘प्राकृतिक आपदा’ कहकर टाला जाएगा? बिजली विभाग को पहले से ही ऐसी संभावित स्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए था। लेकिन हर बार हादसा होने के बाद ही जागरूकता दिखाई जाती है, जो असल में ‘आपदा के बाद सक्रियता’ का उदाहरण बन गई है।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और बिजली विभाग से मांग की है कि इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लेकर तत्काल राहत और मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि आमजन की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।


बिजली विभाग की उदासीनता बनी खतरा: वार्ड संख्या 7 में बिजली के तारों पर गिरा पेड़ बना जानलेवा संकट, लोगों में दहशत का माहौल बिजली विभाग की उदासीनता बनी खतरा: वार्ड संख्या 7 में बिजली के तारों पर गिरा पेड़ बना जानलेवा संकट, लोगों में दहशत का माहौल Reviewed by PSA Live News on 10:08:00 am Rating: 5

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