बोकारो, संवाददाता। झारखंड की चर्चित आदिवासी नेत्री ज्योत्सना केरकेट्टा एक बार फिर विवादों में आ गई हैं। बोकारो जिले के चास मुफ्फसिल थाना में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने 8 अक्टूबर को आयोजित एक जनसभा में कुड़मी समाज के खिलाफ अभद्र और जातिसूचक टिप्पणी की, जिससे समाज के लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।
जानकारी के अनुसार, 8 अक्टूबर को बोकारो समाहरणालय परिसर में आदिवासी समाज द्वारा “जनाक्रोश महारैली” का आयोजन किया गया था। इस रैली में ज्योत्सना केरकेट्टा ने मंच से भाषण देते हुए कथित रूप से कुड़मी समाज को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद तेजी से बढ़ गया।
कुड़मी समाज से जुड़े संगठनों ने इस बयान को समाज में वैमनस्य फैलाने वाला और आपत्तिजनक बताया है। बोकारो और आस-पास के जिलों में इस बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। कई सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से ज्योत्सना केरकेट्टा की गिरफ्तारी और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
चास मुफ्फसिल थाना में मामला दर्ज
कुड़मी समाज के प्रतिनिधि राजीव महतो की लिखित शिकायत पर चास मुफ्फसिल थाना में धारा 153(A), 295(A), और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामला गंभीर प्रकृति का है और इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
थाना प्रभारी ने कहा —
“शिकायत प्राप्त होते ही प्राथमिकी दर्ज की गई है। वीडियो फुटेज और सोशल मीडिया पोस्ट की जांच की जा रही है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
कुड़मी समाज में रोष, कई जगह बैठकें और विरोध की तैयारी
ज्योत्सना केरकेट्टा के बयान के बाद कुड़मी समाज के विभिन्न संगठनों ने इस मुद्दे पर आपात बैठकें की हैं। कई जिलों में समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपने की घोषणा की है। बोकारो, गिरिडीह, धनबाद, और पश्चिम सिंहभूम जिलों में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है।
कुड़मी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष शिव शंकर महतो ने कहा —
“ज्योत्सना केरकेट्टा ने सार्वजनिक मंच से हमारे समाज का अपमान किया है। ऐसे बयान न केवल समाज में नफरत फैलाते हैं बल्कि राज्य की सामाजिक एकता को भी चोट पहुंचाते हैं। हम इस मामले में न्यायिक कार्रवाई की मांग करते हैं।”
सोशल मीडिया पर विवाद तेज
घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। ट्विटर (एक्स), फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर इस बयान को लेकर बहस छिड़ गई है। कई लोगों ने ज्योत्सना केरकेट्टा से सार्वजनिक माफी की मांग की है, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि उनके बयान को राजनीतिक रूप से तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है।
ज्योत्सना केरकेट्टा का पक्ष अभी तक नहीं आया सामने
घटना पर अब तक ज्योत्सना केरकेट्टा की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, वे अपने समर्थकों के साथ परामर्श कर रही हैं और जल्द ही इस विवाद पर मीडिया से बात कर सकती हैं।
प्रशासन सतर्क, बढ़ाई गई सुरक्षा
बोकारो जिला प्रशासन ने संभावित विरोध को देखते हुए चास और आसपास के इलाकों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी है। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
“राज्य की सामाजिक एकता और सौहार्द बनाये रखना सभी की जिम्मेदारी है। पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी।”
— बोकारो एसपी कार्यालय की ओर से बयान।
Reviewed by PSA Live News
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2:00:00 pm
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