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आदिवासी प्रतिभा को संवारने की पहल: जुलाई से शुरू होगी इंजीनियरिंग-मेडिकल के लिए निःशुल्क आकांक्षा कोचिंग

 


कल्याण मंत्री श्री चमरा लिण्डा ने आकांक्षा केंद्र का औचक निरीक्षण कर की बड़ी घोषणा

रांची। झारखंड सरकार के कल्याण मंत्री श्री चमरा लिण्डा ने आज रांची जिला स्कूल परिसर में आदिवासी छात्र-छात्राओं के लिए संचालित आकांक्षा कार्यक्रम का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने राज्य के एसटी/एससी समाज के मेधावी विद्यार्थियों को मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु निःशुल्क कोचिंग प्रदान करने की बड़ी घोषणा की।

जुलाई 2025 से शुरू होगी निःशुल्क कोचिंग

मंत्री श्री लिण्डा ने कहा कि आकांक्षा कार्यक्रम के तहत चयनित मेधावी आदिवासी विद्यार्थियों को जुलाई 2025 के प्रथम सप्ताह से इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ICSE और CBSE बोर्ड के परिणाम आ चुके हैं, और झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) का रिजल्ट जल्द घोषित होगा। इसके उपरांत योग्य छात्रों से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे और मेधा के आधार पर चयन किया जाएगा।

“आदिवासी समाज के बच्चों में है असीम प्रतिभा” – मंत्री

निरीक्षण के उपरांत मंत्री श्री लिण्डा ने कहा, “एसटी/एससी समाज के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यदि उन्हें गुणवत्ता पूर्ण मार्गदर्शन और संसाधन मिलें, तो वे मेडिकल और इंजीनियरिंग समेत हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि “हमारा ध्येय है कि आदिवासी बच्चे-बच्चियां भी राष्ट्र निर्माण की मुख्यधारा में सशक्त भूमिका निभाएं।”

कोचिंग की गुणवत्ता और तैयारी को लेकर विभाग गंभीर

मंत्री ने बताया कि कल्याण विभाग इस बार कोचिंग की प्रशिक्षण गुणवत्ता, विषय विशेषज्ञों की नियुक्ति और सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। विभाग की कोशिश है कि आदिवासी विद्यार्थी केवल सफल ही न हों, बल्कि प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करें।

निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद

आकांक्षा परिसर के निरीक्षण के दौरान कल्याण विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, आदिवासी कल्याण आयुक्त श्री अजय नाथ झा, रांची जिला के कल्याण प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री संजय कुमार भगत, और आकांक्षा कार्यक्रम के प्रभारी संयोजक श्री वी.के. सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने कार्यक्रम की व्यवस्थाओं और तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी।

कल्याण मंत्री श्री चमरा लिण्डा द्वारा घोषित यह पहल झारखंड के आदिवासी समुदाय के लिए शैक्षणिक रूपांतरण और सामाजिक समावेशन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। आकांक्षा कोचिंग न केवल एक शैक्षणिक कार्यक्रम है, बल्कि यह सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता का माध्यम भी है।

आदिवासी प्रतिभा को संवारने की पहल: जुलाई से शुरू होगी इंजीनियरिंग-मेडिकल के लिए निःशुल्क आकांक्षा कोचिंग आदिवासी प्रतिभा को संवारने की पहल: जुलाई से शुरू होगी इंजीनियरिंग-मेडिकल के लिए निःशुल्क आकांक्षा कोचिंग Reviewed by PSA Live News on 8:21:00 pm Rating: 5

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