पोषण, स्वास्थ्य और पारदर्शिता पर फोकस: उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक
डाटा एंट्री में लापरवाही पर कार्रवाई, कुपोषण के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त
रांची । रांची जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक आज उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित ब्लॉक-ए सभागार में संपन्न हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग से जुड़ी योजनाओं की गहन समीक्षा की गई और संबंधित अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए गए।
पोषण ट्रैकर ऐप में लापरवाही पर कार्रवाई के निर्देश
बैठक के दौरान पोषण ट्रैकर ऐप में डाटा एंट्री की प्रगति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने शत-प्रतिशत डाटा एंट्री सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि जो सीडीपीओ निर्धारित मानक के अनुरूप डाटा एंट्री नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ शो-कॉज नोटिस जारी किया जाएगा और उनका वेतन रोका जाएगा।
कुपोषण पर विशेष फोकस, आंगनबाड़ी भ्रमण के निर्देश
उपायुक्त श्री भजन्त्री ने निर्देश दिया कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी (MOIC) और बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (CDPO) उन आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित भ्रमण करें जहां योजनाओं की प्रगति अपेक्षित नहीं है। उन्होंने कहा, “कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें समुचित इलाज और पोषाहार हर हाल में उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है।”
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी कुपोषण उपचार केंद्रों में बेड के अनुपात में शत-प्रतिशत भर्ती सुनिश्चित की जाए, जिससे ज़रूरतमंद बच्चों को त्वरित और गुणवत्तापूर्ण उपचार मिल सके।
भवनहीन आंगनबाड़ी केंद्रों को एक सप्ताह में मैप करने का निर्देश
बैठक में भवनहीन आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति पर चर्चा करते हुए उपायुक्त ने सभी सीडीपीओ को एक सप्ताह के भीतर केंद्रों का मैपिंग कार्य पूर्ण करने का आदेश दिया। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए।
सेविका-सहायिका चयन में पारदर्शिता अनिवार्य
रिक्त सेविका/सहायिका पदों के चयन की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने पूर्ण पारदर्शिता बरतने और किसी भी प्रकार की शिकायत से बचने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया में जन विश्वास बना रहना चाहिए।
टीकाकरण और संस्थागत प्रसव पर विशेष जोर
बैठक में टीकाकरण, एफआरएस रिपोर्ट, लो बर्थ रिपोर्ट, संस्थागत प्रसव जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने ड्यू लिस्ट के अनुसार शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए। उन्होंने आयरन (IFA) और कैल्शियम टैबलेट का समयबद्ध वितरण सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।
चिकित्सकों की उपस्थिति अनिवार्य, सेवा गुणवत्ता पर ध्यान
शहरी और ग्रामीण अस्पतालों में कार्यावधि के दौरान चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश उपायुक्त ने दिया। उन्होंने कहा कि उपलब्ध मानव संसाधन का अधिकतम उपयोग करते हुए गुणवत्तापूर्ण सेवा देने का प्रयास किया जाए।
बैठक में प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद
इस समीक्षा बैठक में उपविकास आयुक्त श्री दिनेश कुमार यादव, सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला यक्ष्मा एवं मलेरिया पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (NHM), सभी CDPO व MOIC, तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
, यह बैठक स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी योजनाओं की प्रभावशीलता, पारदर्शिता और निगरानी को और अधिक मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रही। उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री की सख्त और संवेदनशील नेतृत्व शैली प्रशासन की कार्य संस्कृति में नई ऊर्जा भर रही है।

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