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लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला, बोले – अब वो अपने फैसलों के लिए खुद जिम्मेदार हैं


पटना। 
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रविवार को एक बड़ा राजनीतिक और पारिवारिक फैसला लेते हुए अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार दोनों से निष्कासित कर दिया। यह कार्रवाई तेज प्रताप द्वारा सोशल मीडिया पर अपनी दूसरी शादी को लेकर किए गए विवादित पोस्ट के बाद सामने आई है, जिससे राजनीतिक और पारिवारिक हलकों में खलबली मच गई है।

सोशल मीडिया पर लालू का बड़ा एलान

रविवार दोपहर लगभग 3 बजे, लालू यादव ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा –

“निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना हमारे सामाजिक न्याय के संघर्ष को कमजोर करती है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधियाँ, लोक आचरण और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों के अनुरूप नहीं हैं। अतः उसे पार्टी और परिवार से अलग करता हूँ। अब से वह किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी या भूमिका में नहीं रहेगा। उसे पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है।”

लालू ने आगे लिखा –

“अपने निजी जीवन के फैसले वह खुद लें। उससे जो भी संबंध बनाएंगे, वे अपनी विवेक से निर्णय लें। मैं सदैव लोकलाज का हिमायती रहा हूं और परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने भी सार्वजनिक जीवन में इस सोच का अनुसरण किया है। धन्यवाद।”

तेज प्रताप का दावा: "मेरा अकाउंट हैक हुआ था"

शनिवार शाम तेज प्रताप ने फेसबुक पर अनुष्का यादव नामक युवती के साथ तस्वीर साझा करते हुए दावा किया कि वह पिछले 12 वर्षों से उनके साथ रिश्ते में हैं और दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं। लेकिन देर रात उन्होंने यह भी पोस्ट किया कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर लिया गया था, और किसी ने उन्हें बदनाम करने की साजिश रची।

फेसबुक पोस्ट में तेज प्रताप ने लिखा था –

“मैं तेज प्रताप यादव, और तस्वीर में जो दिख रही हैं, उनका नाम अनुष्का यादव है। हम दोनों 12 सालों से एक-दूसरे को जानते हैं और रिलेशनशिप में हैं। आज मैं अपने दिल की बात आप सबके सामने रख रहा हूं।”

तेजस्वी यादव और रोहिणी का दो टूक रुख

लालू यादव के इस कड़े फैसले का समर्थन तेज प्रताप के छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी किया। उन्होंने कहा –

“तेज प्रताप अपनी निजी जिंदगी के लिए खुद जिम्मेदार हैं। मुझे ये सब पसंद नहीं, न ही मैं इसे बर्दाश्त करता हूं। पार्टी अध्यक्ष का निर्णय मेरे लिए सर्वमान्य है।”

वहीं तेज प्रताप की बहन डॉ. रोहिणी आचार्य ने भी नाराजगी जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा –

“जो परिवेश, परंपरा और परिवार की मर्यादा का ख्याल नहीं रखते, वही आलोचना के पात्र बनते हैं। हमारे लिए पापा देवतुल्य हैं, और पार्टी हमारी पूजा। किसी की वजह से इस गौरव पर आंच आए, ये हमें मंजूर नहीं।”

ऐश्वर्या से अलगाव के बाद फिर विवाह का संकेत?

बता दें, 12 मई 2018 को तेज प्रताप की शादी पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय की पोती और चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय से हुई थी, जो कुछ महीनों में ही टूटने की कगार पर पहुंच गई। तेज प्रताप ने इसके बाद तलाक की अर्जी दी थी, जो अभी लंबित है।

अब अनुष्का यादव के साथ नए रिश्ते की सार्वजनिक घोषणा ने उनके व्यक्तिगत जीवन को फिर सुर्खियों में ला दिया है।

राजनीतिक वक्त और पारिवारिक विस्फोट

तेज प्रताप इन दिनों राजनीति से थोड़ा दूर रहकर आध्यात्मिक जीवन और ध्यान में समय बिता रहे थे। हाल ही में वह मालदीव की यात्रा पर गए थे। वहीं तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति में पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहे हैं। ऐसे समय में तेज प्रताप का यह खुलासा पार्टी के लिए असहज स्थिति लेकर आया।

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि चुनावी तैयारियों के बीच तेज प्रताप की यह हरकत राजद की पारिवारिक और नैतिक छवि को नुकसान पहुंचा सकती थी, जिसे रोकने के लिए लालू यादव को यह कठोर निर्णय लेना पड़ा।

सोशल मीडिया पर मिला समर्थन और ट्रोलिंग

तेज प्रताप की पोस्ट पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। एक घंटे के भीतर ही पोस्ट को 17,000 से अधिक लाइक्स, 4,500 से अधिक कमेंट्स और 1,000 से ज्यादा शेयर मिल चुके थे। समर्थकों ने जहां इसे एक भावनात्मक साहसिक कदम कहा, वहीं कई यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करते हुए राजनीति में ‘सीरियसनेस’ की कमी का आरोप लगाया।

तेज प्रताप का सोशल मीडिया अकाउंट पहले भी विवादों में रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अपने पुराने पोस्ट्स में वे भारतीय सेना के साथ खुद की भूमिका, पायलट प्रशिक्षण, और अध्यात्मिक यात्रा की बातें भी साझा करते रहे हैं।

क्या तेज प्रताप की राजनीति से विदाई?

अब बड़ा सवाल यह है कि क्या इस घटनाक्रम के बाद तेज प्रताप की राजनीति से स्थायी विदाई हो रही है या वे एक अलग राह पर चलेंगे? तेज प्रताप वर्तमान में समस्तीपुर जिले के हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। लेकिन पार्टी से निष्कासन के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता और राजनीतिक भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं।

निष्कर्ष: राजनीति और परिवार के बीच फंसे तेज प्रताप

यह घटना न सिर्फ राजद परिवार में टूट का संकेत देती है, बल्कि इस बात का भी उदाहरण बन गई है कि व्यक्तिगत जीवन की सार्वजनिक घोषणा किस प्रकार राजनीतिक परिणाम लेकर आ सकती है। एक ओर जहां तेज प्रताप अपने जीवन के नए अध्याय की शुरुआत की बात कर रहे हैं, वहीं उनके पिता राजनीतिक अनुशासन और पारिवारिक प्रतिष्ठा के रक्षक की भूमिका में सामने आए हैं।

अब देखना यह होगा कि तेज प्रताप इस निर्णय के बाद क्या रुख अपनाते हैं – राजनीति से संन्यास, नया राजनीतिक मंच, या फिर सिर्फ निजी जीवन में संतुलन की कोशिश? 

लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला, बोले – अब वो अपने फैसलों के लिए खुद जिम्मेदार हैं लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला, बोले – अब वो अपने फैसलों के लिए खुद जिम्मेदार हैं Reviewed by PSA Live News on 9:29:00 pm Rating: 5

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