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राहे के डुमरडीह गांव में हाथियों का कहर, आधी रात को मचा तांडव, 30 से अधिक हाथियों के झुंड ने गांव में की भारी तोड़फोड़


राहे/PSA LIVE NEWS संवाददाता

रांची ज़िले के राहे प्रखंड अंतर्गत लोवाहातु पंचायत के डुमरडीह गांव में बीती रात जंगली हाथियों के एक विशाल झुंड ने भारी उत्पात मचाया। गुरुवार रात करीब 11 बजे गांव में दाखिल हुए करीब 30-35 हाथियों के झुंड ने न सिर्फ कई घरों को क्षतिग्रस्त किया, बल्कि घरों में रखा अनाज भी चट कर गए। इस हमले से पूरे गांव में दहशत का माहौल है और ग्रामीणों ने प्रशासन से अविलंब मदद की मांग की है।

भरत अहीर का घर ध्वस्त, परिवार ने जान बचाने को ली शरण

सबसे अधिक नुकसान भरत अहीर के परिवार को उठाना पड़ा। हाथियों ने उनके कच्चे मकान की दीवार को धंसा दिया और घर के भीतर घुसकर करीब 15 बोरा चावल और धान को खा गए। इस दौरान घर में भरत की पत्नी अमिला देवी और बेटा धर्मेन्द्र अहीर मौजूद थे। दोनों ने जैसे-तैसे जान बचाकर पड़ोस के घर में शरण ली।

अमिला देवी ने PSA Live News से बात करते हुए कहा

"हम तो बस भगवान का नाम लेकर भागे, नहीं तो कुछ भी हो सकता था। सारा अनाज खा गए, घर टूट गया, अब कैसे चलाएंगे घर?"

अन्य घरों और खेतों में भी तबाही, फसलें रौंदी गईं

हाथियों के इस झुंड ने डुमरडीह गांव के अलावा हितजारा, डोकजारा और चुतरुडीह गांवों की ओर भी रुख किया। कई ग्रामीणों के खेतों में लगे धान के पौधे पूरी तरह चट कर दिए गए, वहीं रोपा हुआ खेत हाथियों के पैरों तले मसलकर नष्ट हो गया। जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उनके सामने अब आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।

ग्रामीणों में डर का माहौल, प्रशासन से सुरक्षा और मुआवजे की मांग

गांव में हाथियों के हमले के बाद से रात को पहरा देना ग्रामीणों की मजबूरी बन गई है। कोई भी परिवार रात को चैन से सो नहीं पा रहा है। डुमरडीह निवासी राजू लोहरा कहते हैं —

"पिछले कुछ दिनों से हाथियों की हलचल थी, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में आएंगे और सब तहस-नहस कर देंगे, इसकी उम्मीद नहीं थी।"

ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से हाथियों की रोकथाम, पीड़ित परिवारों को मुआवजा, और भविष्य में अलर्ट व्यवस्था की मांग की है।

क्या कहता है प्रशासन और वन विभाग?

अब तक वन विभाग की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि हाथियों की आवाजाही की सूचना पहले ही दी जा चुकी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पंचायत समिति सदस्यों ने इस विषय पर शीघ्र उच्चाधिकारियों से मिलने की बात कही है।

जरूरत है स्थायी समाधान की

राहे, सोनाहातु, बुंडू जैसे क्षेत्रों में हाथियों का आतंक अब मौसमी नहीं, बल्कि नियमित चुनौती बन चुका है। हर साल खेतों और घरों को नुकसान उठाना ग्रामीणों की नियति बन गई है। वन विभाग को सोलर फेंसिंग, ट्रैकर अलर्ट सिस्टम, और राहत शिविर जैसे दीर्घकालिक समाधान लागू करने चाहिए, ताकि ग्रामीणों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।


📍 रिपोर्ट: PSA LIVE NEWS | राहे-सोनाहातु ब्यूरो
🖊️ संपादन: अशोक कुमार झा, संपादक – PSA LIVE NEWS / Ranchi Dastak

राहे के डुमरडीह गांव में हाथियों का कहर, आधी रात को मचा तांडव, 30 से अधिक हाथियों के झुंड ने गांव में की भारी तोड़फोड़ राहे के डुमरडीह गांव में हाथियों का कहर, आधी रात को मचा तांडव,  30 से अधिक हाथियों के झुंड ने गांव में की भारी तोड़फोड़ Reviewed by PSA Live News on 6:58:00 pm Rating: 5

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