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आम के फल के गुण और आयुर्वेदिक प्रयोग | आम क्यों कहलाता है फलों का राजा?


गर्मियों का मौसम शुरू होते ही बाजार और रसोई आम की मिठास से भर जाते हैं। तरबूज, खरबूजा, बेल और लीची जैसे कई फल गर्मियों की सौगात हैं, लेकिन "आम" को जो स्थान मिला है, वह किसी और फल को नहीं। आम न सिर्फ स्वाद में श्रेष्ठ है बल्कि इसके आयुर्वेदिक गुण भी अत्यंत चमत्कारी होते हैं। यही कारण है कि आयुर्वेद में आम को "देवफल" कहा गया है।


आम का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

भारत में आम के पेड़ को पवित्र माना जाता है। धार्मिक अनुष्ठानों में आम की पत्तियाँ और टहनियाँ प्रयोग में लाई जाती हैं। विवाह या मंगल कार्यों में तोरण बनाना हो या यज्ञ में आहुतियाँ – आम का उपयोग सर्वत्र होता है।


 भारत में आम का उत्पादन और किस्में

भारत विश्व का सबसे बड़ा आम उत्पादक देश है और यहां आम की 1000+ से अधिक किस्में पाई जाती हैं:


उत्तर भारत: लंगड़ा, दशहरी, चौसा, केसर, तोतापरी


पूर्वी भारत: हिमसागर, गुलाब खास, फजली


पश्चिम भारत: पैरी, राजापुरी, गोवा


दक्षिण भारत: हापूस (अल्फांसो), मलगोवा, रत्नागिरी, बेगमपल्ली


इनमें से कई किस्में एक साल फल देती हैं और अगले वर्ष कम उत्पादन करती हैं – इसे alternate bearing कहते हैं।


🍃 आम का पोषण मूल्य (Nutritional Value)

आम केवल स्वादिष्ट ही नहीं, बेहद पोषक भी है:


जल: 86.1%


कार्बोहाइड्रेट: 11.8%


रेशा (Fiber): 1.1%


प्रोटीन: 0.6%


विटामिन A: 4500 IU (100gm में)


विटामिन B, C, D


आयरन: 5mg (100gm में)


पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, नियासिन, क्लोरीन


आम के आयुर्वेदिक लाभ (Health Benefits of Mango in Ayurveda)

🌟 1. पाचन में सहायक

आम की प्राकृतिक मिठास पचने में आसान होती है। इसके रस में मौजूद एंजाइम्स आंतों को बल देते हैं और कब्ज में राहत देते हैं।


🌟 2. नेत्र-ज्योति और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाए

आम में विटामिन A की भरपूर मात्रा होती है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक है।


🌟 3. रक्तवर्धक और बलवर्धक

आम रक्त की मात्रा को बढ़ाता है और मांसपेशियों को पोषण देता है। यह थकावट को दूर करता है।


🌟 4. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

वर्ण को निखारने और चमकदार त्वचा के लिए आम को दूध के साथ सेवन करें। यह शरीर को ठंडक देता है और वात-पित्त को संतुलित करता है।


🌟 5. कैंसर और कोलेस्ट्रोल नियंत्रण में सहायक

आम में मौजूद पेक्टिन नामक फाइबर कोलेस्ट्रोल को घटाता है और कैंसर (प्रोस्टेट व डाइजेस्टिव कैंसर) की संभावना को कम करता है।


🧪 आम के विशेष आयुर्वेदिक प्रयोग

क्षय रोग में लाभ: 1 कप आम का रस + 50gm शहद = सुबह-शाम सेवन करें


स्मरण शक्ति बढ़ाने हेतु: आम रस 200gm + अदरक रस 10gm + दूध 250ml


प्रदर रोग में उपयोगी: आम की गिरी + हरड़ समभाग, दूध के साथ सेवन करें


सिरदर्द में राहत: आम की गिरी + हरड़, लेप बनाकर माथे पर लगाएं


कान दर्द में लाभ: आम के बौर को एरण्ड तेल में पका कर कान में डालें


प्लीहा वृद्धि में: आम रस + शहद सेवन करें


🧂 आम की गुठली भी है औषधि!

आम की गुठली के अंदर की गिरी को सुखाकर भूनने के बाद इसका उपयोग मुखवास में किया जाता है जो पाचन के लिए उत्तम है। इसका चूर्ण महिलाओं में प्रदर रोग, धातु विकार जैसी समस्याओं में अत्यंत उपयोगी होता है।


🤰 गर्भवती महिलाओं के लिए

गर्भावस्था में प्रतिदिन एक आम का सेवन करना अच्छा माना गया है क्योंकि यह वजन बढ़ाने, ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने, और भ्रूण को पोषण देने में मदद करता है।


🔔 निष्कर्ष

आम न केवल स्वादिष्ट है बल्कि आयुर्वेदिक दृष्टि से एक संपूर्ण औषधीय फल है। इसकी प्रत्येक इकाई – फल, रस, बीज, गिरी, पत्तियाँ – सभी का अपना महत्व है। आप भी इस मौसम में आम का भरपूर सेवन करें, लेकिन संतुलित मात्रा में ताकि यह अमृत समान गुणकारी साबित हो।

आम के फल के गुण और आयुर्वेदिक प्रयोग | आम क्यों कहलाता है फलों का राजा? आम के फल के गुण और आयुर्वेदिक प्रयोग | आम क्यों कहलाता है फलों का राजा? Reviewed by PSA Live News on 6:12:00 am Rating: 5

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