उड़ीसा से उत्तर प्रदेश ले जाया जा रहा था जहरीला दूध, हाईवे पर मचा हड़कंप
रामगढ़। खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुक्रवार को मिलावटी दूध के कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक दूध टैंकर को जब्त किया, जिसमें करीब 30 हजार लीटर संदिग्ध और मिलावटी दूध भरा हुआ था। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जब फूड सेफ्टी ऑफिसर दीपश्री के नेतृत्व में विशेष टीम ने हाईवे पर निगरानी अभियान चलाया।
मिली जानकारी के अनुसार, उक्त दूध टैंकर उड़ीसा से उत्तर प्रदेश की ओर जा रहा था। आशंका जताई जा रही है कि दूध को रास्ते में छोटे-छोटे कंटेनरों में उतारकर स्थानीय बाजारों में भी खपाया जा सकता था। जांच में सामने आया कि दूध की गुणवत्ता परखने के लिए मौके पर ही प्राथमिक टेस्ट किए गए, जिनमें मिलावट की पुष्टि हुई।
कार्रवाई के दौरान मौके पर स्थानीय पुलिस भी मौजूद रही। अधिकारियों का कहना है कि इस मिलावटी दूध का इस्तेमाल सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचने पर गंभीर स्वास्थ्य खतरा बन सकता था।
खतरनाक रसायनों की आशंका
प्रारंभिक जांच में संदेह है कि इस दूध में पानी, डिटर्जेंट, यूरिया या अन्य हानिकारक रसायन मिलाए गए हो सकते हैं। नमूने को आगे की जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे मिलावटी दूध के सेवन से पेट संबंधी गंभीर बीमारियाँ, आंतों में संक्रमण, लीवर और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है।
बड़ा नेटवर्क हो सकता है शामिल
फूड सेफ्टी ऑफिसर दीपश्री ने बताया कि यह कोई छोटा मामला नहीं है बल्कि एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जो विभिन्न राज्यों में इस तरह के मिलावटी दूध की सप्लाई करता है। उन्होंने कहा, “हमारी टीम लगातार सतर्क है। आज की कार्रवाई इसी दिशा में उठाया गया ठोस कदम है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
लोगों में चिंता, प्रशासन सतर्क
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। उपभोक्ताओं का कहना है कि मिलावटी दूध बच्चों और बुजुर्गों के लिए गंभीर खतरा है। वहीं, प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जिले में खाद्य सामग्री की नियमित जांच तेज की जाएगी और ऐसी अवैध गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, टैंकर चालक और उससे जुड़े लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और गंतव्य स्थलों का पता लगाया जा सके।

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