रक्षा राज्य मंत्री के आग्रह पर नितिन गडकरी ने दिए जांच के निर्देश
देवलटांड़ के विकास में अधिकारियों की लापरवाही उजागर : संजय सेठ
रांची। रांची लोकसभा क्षेत्र के ईचागढ़ स्थित देवलटांड़ में जैन धर्मावलंबियों का लगभग 3000 वर्ष पुराना भगवान आदिनाथ का प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है, लेकिन दुर्भाग्यवश यहां तक जाने के लिए आज भी सड़क की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
वर्ष 2022 में रक्षा राज्य मंत्री सह रांची सांसद संजय सेठ ने इस सड़क निर्माण का मामला लोकसभा में उठाया था और केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया था। मंत्री गडकरी ने तत्काल पहल करते हुए Central Road & Infrastructure Fund (CRIF) के तहत ₹2.10 करोड़ की स्वीकृति दी थी और राशि भी झारखंड सरकार के संबंधित विभाग को हस्तांतरित कर दी गई थी।
लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण कार्य धरातल पर शुरू नहीं हुआ। श्रद्धालुओं को आज भी इस पवित्र स्थल तक पहुंचने के लिए दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस गंभीर लापरवाही का मुद्दा एक बार फिर श्री सेठ ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गडकरी के समक्ष उठाया। स्थिति की जानकारी मिलने पर श्री गडकरी ने त्वरित संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिए।
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, “केंद्र सरकार ने इस आस्था स्थल के विकास के लिए सड़क निर्माण की स्वीकृति दी, राशि भी भेज दी, लेकिन झारखंड सरकार के अधिकारियों ने सड़क बनाना जरूरी नहीं समझा। यह इस बात का प्रमाण है कि राज्य को योजनाबद्ध तरीके से विकास से वंचित रखा जा रहा है।”
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने भी आशा जताई है कि अब केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप के बाद वर्षों से लंबित इस सड़क निर्माण कार्य में तेजी आएगी और क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।

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