सामाजिक कार्यकर्ता भैरव सिंह को झूठे मुकदमे में फँसाने का आरोप, प्रशासनिक प्रताड़ना के खिलाफ उठी आवाज़
परिवार ने मुख्यमंत्री और एसएसपी पर लगाया गंभीर आरोप
रांची। राजधानी के प्रेस क्लब में आज एक अहम प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता भैरव सिंह को झूठे मुकदमे में फँसाए जाने और प्रशासनिक प्रताड़ना के मुद्दे पर गंभीर आरोप लगाए गए। इस मौके पर स्वामी दिव्यानंद महाराज, भैरव सिंह की माता रानी देवी और अधिवक्ता कीर्ति नारायण सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
प्रेस वार्ता के दौरान वक्ताओं ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा भैरव सिंह को सुनियोजित तरीके से बेवजह परेशान किया जा रहा है। आरोप लगाया गया कि झूठे और आधारहीन आरोपों के तहत उन्हें जेल भेजा गया है।
भैरव सिंह की माता रानी देवी ने भावुक होकर कहा कि उनके बेटे को राजनीतिक दबाव और व्यक्तिगत रंजिश के कारण फँसाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारे पर, उनके बेटे के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर रहे हैं।
अधिवक्ता कीर्ति नारायण सिंह ने कहा कि यह मामला न्याय व्यवस्था और मानवाधिकारों का सीधा उल्लंघन है। उन्होंने प्रशासन से माँग की कि भैरव सिंह के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों की निष्पक्ष जाँच कराई जाए और उन्हें अविलंब न्याय दिलाया जाए।
स्वामी दिव्यानंद महाराज ने इस प्रकरण को लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक न्याय के लिए खतरा बताया। उन्होंने कहा कि अगर निर्दोष लोगों को इस प्रकार झूठे मामलों में फँसाया जाएगा, तो समाज में न्याय और विश्वास की नींव हिल जाएगी।
प्रेस वार्ता में मौजूद वक्ताओं ने राज्य सरकार से अपील की कि भैरव सिंह को तुरंत न्याय दिलाया जाए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।

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