मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नगरीय विकास के सपने को मूर्त रूप देने की दिशा में बड़ा कदम
रांची, 23 अगस्त: झारखंड सरकार ने राजधानी रांची के शहरी विकास को नई ऊँचाई पर ले जाने की तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर नगर विकास एवं आवास विभाग ने रांची के दुबलिया इलाके में रिंग रोड के पास इंटर स्टेट बस टर्मिनल (ISBT) के साथ-साथ राज्य का सबसे बड़ा शॉपिंग मॉल बनाने की योजना को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य रांची को आधुनिक परिवहन, व्यवसाय और पर्यटन का हब बनाना है। इसके तहत यात्री सुविधाओं से लैस एक अत्याधुनिक ISBT और विश्वस्तरीय शॉपिंग-कम-एंटरटेनमेंट मॉल का निर्माण किया जाएगा।
परामर्शी एजेंसी ने प्रस्तुत किया प्रारूप
गुरुवार को कर्नाटक की नामी परामर्शी एजेंसी IDEC ने नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार के समक्ष इस परियोजना का प्रारंभिक ब्लूप्रिंट प्रस्तुत किया। प्रस्तुति में बस टर्मिनल, मॉल, पार्किंग, होटल, मल्टीप्लेक्स और अन्य व्यावसायिक सुविधाओं का विस्तृत खाका रखा गया।
अधिकारियों के अनुसार, यह परियोजना राजधानी के लिए “गेम चेंजर” साबित होगी, क्योंकि एक ही परिसर में यात्रियों को परिवहन सुविधा के साथ-साथ खरीदारी और मनोरंजन का आधुनिक अनुभव मिलेगा।
मंत्री ने दिए सख्त निर्देश
नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि रांची समेत झारखंड के अन्य शहरों का विकास पर्यटन और आधुनिक शहरी जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह योजना न केवल राजधानी की सूरत बदलेगी बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
मंत्री ने कहा, “रांची को पूर्वी भारत के पर्यटन और व्यवसाय का प्रमुख केंद्र बनाने का लक्ष्य है। ISBT और मॉल जैसी परियोजनाएँ राजधानी को एक नए स्वरूप में प्रस्तुत करेंगी।”
परियोजना की संभावनाएँ
- इंटर स्टेट बस टर्मिनल (ISBT): इसमें अत्याधुनिक बस बे, यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय, डिजिटल टिकटिंग सिस्टम, कैफेटेरिया, हेल्थ पॉइंट और महिला-वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाएँ शामिल होंगी।
- सबसे बड़ा मॉल: मॉल में मल्टीप्लेक्स, फूड कोर्ट, ब्रांडेड रिटेल स्टोर, मनोरंजन ज़ोन, होटल और कन्वेंशन सेंटर की भी व्यवस्था होगी।
- रोज़गार सृजन: परियोजना से निर्माण चरण और उसके बाद हज़ारों लोगों को सीधा-परोक्ष रोजगार मिलेगा।
- पर्यटन और निवेश: यह परियोजना झारखंड को निवेश और पर्यटन के लिहाज से नई पहचान दिला सकती है।
स्थानीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
रिंग रोड के पास दुबलिया इलाके का चयन इसलिए किया गया है ताकि राजधानी में यातायात का दबाव कम हो और शहर का नया विकास कॉरिडोर तैयार हो सके। विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना से रांची के साथ-साथ आसपास के इलाकों में भी व्यावसायिक गतिविधियों और रियल एस्टेट विकास को गति मिलेगी।

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