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रांची में राजनीतिक हलचल: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम से पहले हाउस अरेस्ट


रांची।
राजधानी रांची में आज सुबह अचानक राजनीतिक माहौल गरमा गया, जब पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को पुलिस प्रशासन ने उनके आवास पर ही हाउस अरेस्ट कर लिया।

दरअसल, श्री सोरेन ने आज रांची के कांके स्थित नगड़ी इलाके में प्रस्तावित रिम्स-2 (रिम्स मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का दूसरा कैंपस) की जमीन पर “हल जोतो, रोपा रोपो” आंदोलन के तहत हल चलाने और प्रतीकात्मक रूप से खेती करने का ऐलान किया था।

विवाद की जड़ : रिम्स-2 की जमीन

नगड़ी में जिस जमीन पर रिम्स-2 का निर्माण प्रस्तावित है, उस जमीन को लेकर लंबे समय से स्थानीय ग्रामीणों, आदिवासी संगठनों और सरकार के बीच विवाद चल रहा है। ग्रामीणों का दावा है कि यह जमीन उनकी रैयती भूमि है और सरकार इसे अधिग्रहित कर मेडिकल संस्थान बनाने का प्रयास कर रही है। वहीं सरकार का पक्ष है कि यह भूमि सार्वजनिक उपयोग और राज्य हित में आवश्यक है।

चंपई सोरेन की घोषणा

पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने इस विवादित जमीन पर हल चलाकर सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा था कि—
“यह जमीन किसानों और आदिवासियों की है, इसे छीनकर सरकार विकास के नाम पर किसानों को उजाड़ना चाहती है। हम हल-जोतो आंदोलन के माध्यम से यह संदेश देंगे कि यह भूमि हमारी है और इसे हम ही उपजाऊ बनाएंगे।”

उनकी इस घोषणा के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों में उत्साह था, और बड़ी संख्या में लोग नगड़ी पहुंचने की तैयारी कर रहे थे।

प्रशासन की सख्ती : हाउस अरेस्ट

स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। आशंका थी कि बड़ी भीड़ इकट्ठी होकर विवादित भूमि पर कब्ज़े जैसी स्थिति बना सकती है। इसी कारण पुलिस ने आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के मोराबादी स्थित आवास को घेर लिया और उन्हें घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी।
आधिकारिक रूप से उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया।

भाजपा का विरोध

भाजपा नेताओं ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि—
“सरकार आदिवासियों और किसानों की जमीन छीन रही है, और जब नेता इस मुद्दे पर आवाज उठाते हैं तो उन्हें घर में नजरबंद कर दिया जाता है। यह लोकतंत्र की हत्या है।”

प्रशासन का पक्ष

वहीं प्रशासन का कहना है कि उनकी प्राथमिकता कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। नगड़ी में किसी भी प्रकार की टकराव या हिंसक स्थिति न हो, इसके लिए यह कदम उठाया गया है।

पृष्ठभूमि

  • नगड़ी की यह जमीन पहले भी कई बार आंदोलन और संघर्ष का केंद्र रह चुकी है।
  • स्थानीय ग्रामीण इस जमीन पर खेती का अधिकार जताते हैं, जबकि सरकार इसे चिकित्सा क्षेत्र के विस्तार के लिए जरूरी मानती है।
  • चंपई सोरेन के हाउस अरेस्ट के बाद भाजपा इस मुद्दे को और उग्र तरीके से उठाने की तैयारी में है।
रांची में राजनीतिक हलचल: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम से पहले हाउस अरेस्ट रांची में राजनीतिक हलचल: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम से पहले हाउस अरेस्ट Reviewed by PSA Live News on 10:27:00 pm Rating: 5

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