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“रिम्स में अब मृत्यु पर ₹5000 की तत्काल सहायता और मुफ्त एयर कंडीशंड ‘मोक्ष वाहन’ सेवा” — डॉ. इरफान अंसारी ने दी झारखंड को चिकित्सा संवेदना का नया मॉडल

गरीब छात्रों के लिए मुफ्त NEET कोचिंग, MBBS टॉपर बनेंगे गुरु — रिम्स GB बैठक में लिए गए ऐतिहासिक फैसले


रांची, PSA Live News Desk:

झारखंड की राजधानी रांची स्थित राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में आज ऐसी ऐतिहासिक बैठक हुई जिसने राज्य की चिकित्सा व्यवस्था, शिक्षा और मानव सेवा की दिशा को नई ऊंचाई दी।

स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. इरफान अंसारी की अध्यक्षता में आयोजित रिम्स गवर्निंग बॉडी (GB) की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जो जनहित, चिकित्सा सुधार और पारदर्शिता की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होंगे।

बैठक में झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री अमरेश्वर सहाय, अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति, रिम्स निदेशक डॉ. राजकुमार, रिमपास निदेशक सहित कई वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ, प्रशासनिक अधिकारी और GB सदस्य उपस्थित रहे।

1️⃣ “मोक्ष वाहन योजना” — मृत्यु पर ₹5000 की तत्काल सहायता और निःशुल्क शव वाहन सेवा

रिम्स अब केवल इलाज का केंद्र नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना का प्रतीक भी बनेगा।
बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि अस्पताल में किसी मरीज की मृत्यु होती है तो उसके परिजनों को तत्काल ₹5000 की आर्थिक सहायता UPI माध्यम से ऑन-द-स्पॉट प्रदान की जाएगी, ताकि अंतिम संस्कार में सहायता मिल सके।

इसके साथ ही, रिम्स प्रशासन ने एयर कंडीशंड “मोक्ष वाहन” सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत मृतक का शव राज्य के किसी भी हिस्से में निःशुल्क पहुंचाया जाएगा।

👉 इस निर्णय के साथ झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने स्वास्थ्य संस्थान स्तर पर इतनी मानवीय योजना को लागू किया है।

डॉ. अंसारी ने कहा —

“किसी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को तड़पते नहीं छोड़ना हमारी जिम्मेदारी है। रिम्स अब संवेदना का प्रतीक बनेगा, न कि सिर्फ़ एक अस्पताल।”

2️⃣ गरीब छात्रों के लिए मुफ्त NEET कोचिंग — टॉपर डॉक्टर बनेंगे ‘गुरु’

शिक्षा के क्षेत्र में एक अनोखी पहल करते हुए रिम्स में ‘फ्री NEET कोचिंग प्रोग्राम’ की घोषणा की गई।

इस योजना के तहत MBBS प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के टॉपर विद्यार्थी, राज्य के 30 गरीब और मेधावी छात्रों को मुफ्त NEET कोचिंग देंगे।
इन टॉपर डॉक्टरों को प्रति घंटे ₹2500 का मानदेय दिया जाएगा, और कोचिंग सप्ताह में 4 दिन चलेगी।

इस योजना पर लगभग ₹7 करोड़ वार्षिक व्यय होगा।
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि झारखंड का कोई भी गरीब बच्चा केवल आर्थिक कारणों से डॉक्टर बनने के सपने से वंचित न हो।

डॉ. अंसारी ने कहा —

“हमारा सपना है कि झारखंड के हर गांव से डॉक्टर निकले, हर गरीब बच्चे को डॉक्टर बनने का हक मिले। MBBS टॉपर अब समाज के भविष्य को गढ़ेंगे।”

3️⃣ इंटर्न डॉक्टरों को ₹30,000 प्रतिमाह मानदेय — अब AIIMS की तर्ज पर सुविधा

रिम्स में इंटर्नशिप कर रहे MBBS डॉक्टरों के लिए भी बड़ी राहत।
अब उन्हें ₹30,000 प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जाएगी — ठीक AIIMS के पैटर्न पर।
इस कदम से युवा डॉक्टरों को आर्थिक सहारा मिलेगा और संस्थान में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण को बढ़ावा मिलेगा।

4️⃣ कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस और वेतनवृद्धि

रिम्स की सेवा भावना को बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहित करते हुए, GB ने ANM, GNM और फोर्थ ग्रेड कर्मचारियों के लिए वेतनवृद्धि और दिवाली बोनस का निर्णय लिया है।
इससे संस्थान में उत्साह और मनोबल दोनों बढ़ेंगे।

5️⃣ विधिक सुधार — अधिवक्ता पैनल भंग, नई पारदर्शी नियुक्ति प्रक्रिया

संस्थान के विधिक मामलों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी पुराने अधिवक्ता पैनल को भंग कर दिया गया है।
अब नए अधिवक्ताओं की नियुक्ति विज्ञापन के माध्यम से खुले और पारदर्शी तरीके से की जाएगी।
यह कदम रिम्स प्रशासनिक जवाबदेही की दिशा में एक बड़ा सुधार है।

6️⃣ अनुशासनात्मक कार्रवाई — जवाबदेही को प्राथमिकता

संस्थान की गोपनीय जानकारी लीक करने और रिम्स की छवि को धूमिल करने के आरोप में DPRO को पद से हटाया गया
वहीं, रिम्स निदेशक डॉ. राजकुमार के स्पष्टीकरण को गवर्निंग बॉडी ने संतोषजनक मानते हुए पूर्ण मंजूरी दी।
इससे संस्थान में अनुशासन और पारदर्शिता दोनों को मजबूती मिली है।

7️⃣ अन्य प्रमुख निर्णय

  • MBBS सीटें 180 से बढ़ाकर 250 करने की प्रक्रिया शुरू।
  • PG सीटें 176 से बढ़ाकर 250 करने का प्रस्ताव पारित।
  • सुपर स्पेशियलिटी कोर्स में 4 सीटों की वृद्धि।
  • MRI मशीन की खरीदी अंतिम चरण में — अगले माह इंस्टॉल होगी।
  • सभी भवनों की फायर सेफ्टी ऑडिट अनिवार्य की गई।
  • निर्माण और उपकरण खरीद में पारदर्शी टेंडर प्रक्रिया लागू होगी।
  • होमगार्ड जवानों के वेतन में वृद्धि और एरियर भुगतान को मंजूरी दी गई।

डॉ. इरफान अंसारी का विज़न — “झारखंड में चिकित्सा क्रांति की शुरुआत”

बैठक के समापन पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा —

“रिम्स केवल इलाज का केंद्र नहीं रहेगा, बल्कि झारखंड में चिकित्सा क्रांति का प्रतीक बनेगा।
यह बैठक झारखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत है —
जहाँ आम जनता को सम्मान, छात्रों को अवसर, और कर्मियों को न्याय मिलेगा।”

 ‘रिम्स मॉडल’ अब बनेगा देश का मानक

इन ऐतिहासिक निर्णयों के साथ रिम्स न केवल झारखंड का गौरव बना है बल्कि उसने पूरे देश में एक ‘ह्यूमैनिटी-आधारित मेडिकल गवर्नेंस मॉडल’ पेश किया है।
मृत्यु पर सहायता, गरीब छात्रों के लिए शिक्षा, डॉक्टरों के लिए प्रोत्साहन और कर्मचारियों के कल्याण — ये सब मिलकर रिम्स को देश के अग्रणी संस्थानों की श्रेणी में लाने की दिशा में ठोस कदम हैं।

“रिम्स में अब मृत्यु पर ₹5000 की तत्काल सहायता और मुफ्त एयर कंडीशंड ‘मोक्ष वाहन’ सेवा” — डॉ. इरफान अंसारी ने दी झारखंड को चिकित्सा संवेदना का नया मॉडल “रिम्स में अब मृत्यु पर ₹5000 की तत्काल सहायता और मुफ्त एयर कंडीशंड ‘मोक्ष वाहन’ सेवा” — डॉ. इरफान अंसारी ने दी झारखंड को चिकित्सा संवेदना का नया मॉडल Reviewed by PSA Live News on 6:44:00 pm Rating: 5

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