श्रीमती अलका तिवारी बनीं झारखंड की नई राज्य निर्वाचन आयुक्त, एक दिन पहले मुख्य सचिव के पद से हुई थी सेवा निवृत
अधिसूचना के अनुसार, श्रीमती तिवारी अपने पद का कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष की अवधि तक इस पद पर बनी रहेंगी। हालांकि, यदि उनकी आयु इस अवधि के पूर्व 65 वर्ष पूरी हो जाती है, तो उसी दिन से उनका पद स्वतः रिक्त हो जाएगा।
नई जिम्मेदारी मिलने के साथ ही श्रीमती तिवारी की सेवाशर्तें एवं पदावधि राज्य निर्वाचन आयुक्त (नियुक्ति एवं सेवाशर्त) नियमावली, 2001 तथा उसके संशोधित प्रावधानों द्वारा संचालित होंगी।
श्रीमती तिवारी भारतीय प्रशासनिक सेवा की अनुभवी अधिकारी रही हैं और झारखंड शासन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए उन्होंने प्रशासनिक दक्षता का परिचय दिया है। हाल ही में वे मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं। उनकी सादगीपूर्ण कार्यशैली और निर्णय क्षमता के कारण उन्हें राज्य में एक सक्षम प्रशासक के रूप में जाना जाता है।
गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग झारखंड में पंचायत चुनावों के सफल संचालन, मतदाता सूची अद्यतन, निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता और स्थानीय स्तर पर लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाता है। अब इस आयोग की बागडोर श्रीमती अलका तिवारी के हाथों में आ गई है।
झारखंड की राज्यपाल के आदेश से जारी इस अधिसूचना के बाद राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में उम्मीद जताई जा रही है कि श्रीमती तिवारी का अनुभव और नेतृत्व राज्य में चुनावी प्रक्रिया को और अधिक निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाएगा।

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