रांची, 1 अक्टूबर। भारतीय डाक विभाग की ऐतिहासिक रजिस्ट्री पत्र सेवा, जिसने वर्ष 1854 से लेकर अब तक करोड़ों नागरिकों के बीच संचार का सबसे सुरक्षित और विश्वसनीय माध्यम बनकर अपनी अलग पहचान बनाई थी, अब इतिहास बन गई है। कल 30 सितम्बर 2025 को इसका आखिरी दिन था।
इस मौके को यादगार बनाने के लिए रांची प्रधान डाकघर की ओर से विशेष “Last Day Registered Letter” तैयार कर देशभर के फिलेटलिस्टों एवं डाक प्रेमियों को भेजा गया। इसे संग्रहणीय धरोहर के रूप में देखा जा रहा है।
आज से, यानी 1 अक्टूबर 2025 से, रजिस्ट्री पत्र सेवा पूरी तरह से स्पीड पोस्ट सेवा में विलीन कर दी गई है। अब ग्राहकों को केवल स्पीड पोस्ट के माध्यम से ही पंजीकरण (Registration) की सुविधा उपलब्ध होगी।
✦ नई व्यवस्था की मुख्य बातें
सभी पंजीकरण अब स्पीड पोस्ट के जरिए ही होंगे।
ग्राहकों को पंजीकरण के साथ-साथ ओटीपी आधारित डिलीवरी और प्रूफ ऑफ डिलीवरी (POD) की आधुनिक सुविधा मिलेगी।
पहले से तेज़ और सुरक्षित ऑनलाइन ट्रैकिंग की व्यवस्था।
बीमा और क्षतिपूर्ति की सुदृढ़ प्रणाली।
भारतीय डाक विभाग द्वारा 01 अक्टूबर 2025 से नई दरें भी लागू की गई हैं। 50 ग्राम तक के स्थानीय दस्तावेज़ पर शुल्क अब ₹22.42 (जीएसटी सहित) होगा। दूरी के अनुसार शुल्क 200 किमी., 500 किमी., 1000 किमी. और 2000 किमी. से अधिक श्रेणियों में विभाजित किया गया है। (विस्तृत दर तालिका विभाग द्वारा जारी)।
वरिष्ठ प्रधान डाकपाल, रांची जी.पी.ओ. श्री दीवाकर प्रसाद ने कहा—
"रजिस्ट्री पोस्ट भारतीय डाक का गौरवशाली अध्याय रही है। अब इसका आधुनिक रूप स्पीड पोस्ट सेवा ग्राहकों को और तेज़, सुरक्षित और समयानुकूल सुविधा देगा।"
वहीं, फिलेटली ब्यूरो प्रभारी श्री संदीप कुमार महतो ने बताया—
"30 सितम्बर को भेजा गया ‘Last Day Registered Letter’ इस ऐतिहासिक परिवर्तन की स्मृति को हमेशा जीवित रखेगा। यह एक युग के अंत और नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।"
भारतीय डाक विभाग ने ग्राहकों से अपील की है कि वे नई व्यवस्था के अंतर्गत स्पीड पोस्ट सेवा का अधिकाधिक उपयोग करें और आधुनिक डाक सेवाओं का लाभ उठाएँ ।

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