फिर डराने लगा कोरोना: जेएन.1 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, महाराष्ट्र और कर्नाटक में मौतें, कई राज्यों में बढ़े मामले
तमिलनाडु में मास्क अनिवार्य, केरल में रैंडम टेस्टिंग शुरू, कर्नाटक और महाराष्ट्र में एक-एक मौत, केंद्र सरकार सतर्क
नई दिल्ली | विशेष संवाददाता
कोविड-19 का जेएन.1 वेरिएंट एक बार फिर देश में चिंता का विषय बनता जा रहा है। केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में संक्रमण के नए मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और ज़रूरी कदम समय रहते उठाने के निर्देश दिए हैं। महाराष्ट्र और कर्नाटक से कोविड-19 के कारण एक-एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, जिससे राज्य प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है।
महाराष्ट्र में 21 वर्षीय युवक की कोविड से मौत, कई नए मामले
महाराष्ट्र के ठाणे शहर में 21 वर्षीय मधुमेह पीड़ित युवक की कोविड-19 संक्रमण से मौत हो गई। युवक का इलाज छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल, कलवा में चल रहा था। ठाणे नगर निगम (TMC) की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को कोविड-19 के 8 नए मामले सामने आए हैं और शहर में कुल 18 सक्रिय मरीज इलाजरत हैं। इनमें से केवल एक मरीज अस्पताल में भर्ती है जबकि बाकी होम आइसोलेशन में हैं।
कर्नाटक में 84 वर्षीय बुजुर्ग की संक्रमण से मृत्यु
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 84 वर्षीय एक बुजुर्ग की कोविड-19 से मृत्यु हो गई है। उन्हें 13 मई को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 17 मई को उनका निधन हुआ। शनिवार को आई रिपोर्ट में उनकी कोविड संक्रमण से मौत की पुष्टि हुई। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कर्नाटक में अब तक 38 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 32 केवल बेंगलुरु में दर्ज हुए हैं।
तमिलनाडु में मास्क हुआ अनिवार्य
तमिलनाडु सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। राज्य में सक्रिय निगरानी, टेस्टिंग और संपर्क ट्रेसिंग की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
केरल में रैंडम टेस्टिंग और निगरानी
केरल सरकार ने राज्यभर में रैंडम टेस्टिंग और स्वास्थ्य निगरानी अभियान शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को कोविड वार्ड सक्रिय रखने और जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। राज्य में जेएन.1 वैरिएंट के मामले सबसे पहले सामने आए थे, जिसके बाद यह वैरिएंट अन्य राज्यों में भी फैलने लगा है।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में महिला संक्रमित, परिवार की जांच
नोएडा (गौतमबुद्धनगर) में 55 वर्षीय महिला कोविड संक्रमित पाई गई हैं। उन्हें घर पर आइसोलेशन में रखा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार के अनुसार, महिला ने 14 मई को ट्रेन से यात्रा की थी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। जिले में सतर्कता बरती जा रही है।
उत्तराखंड में दो नए मामले, हालात पर नजर
उत्तराखंड के ऋषिकेश में कोविड-19 के दो नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी कि दोनों संक्रमित व्यक्ति अन्य राज्यों से लौटे हैं और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। राज्य सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है, हालांकि अब तक किसी तरह की घबराहट वाली स्थिति नहीं है।
केंद्र सरकार सतर्क, राज्यों को दिए निर्देश
कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शनिवार को स्थिति की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, देशभर में निगरानी, टेस्टिंग और अस्पताल तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सभी राज्यों को ICU बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता, और कोविड परीक्षण सुविधाएं अपडेट रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जेएन.1 वैरिएंट: क्या है यह नया खतरा?
जेएन.1 कोविड-19 का एक नया उपवैरिएंट है, जो तेजी से फैलने की क्षमता रखता है। हालांकि यह अब तक ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं दे रहा है, लेकिन बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों के लिए यह घातक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सतर्कता और समय पर इलाज इस वैरिएंट से बचाव का सबसे असरदार उपाय है।
क्या करें, क्या न करें
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सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें
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भीड़भाड़ से बचें, सामाजिक दूरी बनाए रखें
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हाथों की नियमित सफाई करें
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लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं और आइसोलेट हों
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टीकाकरण की स्थिति अपडेट रखें
देश एक बार फिर कोरोना की नई लहर की दस्तक से जूझने की स्थिति में है। हालांकि स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन लापरवाही से यह गंभीर रूप ले सकती है। केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हैं, लेकिन जनता का सहयोग और स्वयं की सावधानी ही इस संक्रमण को फैलने से रोक सकती है। आने वाले हफ्ते संक्रमण की दिशा तय करेंगे – सतर्कता ही बचाव है।

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