पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार में संगठन को नई दिशा देने और आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों की तैयारियों को धार देने के लिए शनिवार को अपनी नई प्रदेश टीम की घोषणा की। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल द्वारा घोषित इस संगठनात्मक फेरबदल में 35 नेताओं को महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह पुनर्गठन न केवल पार्टी की आंतरिक सुदृढ़ता को दर्शाता है, बल्कि आगामी चुनावों में भाजपा की रणनीतिक आक्रामकता और कैडर-बेस को भी मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
वित्तीय अनुशासन की बागडोर नए हाथों में
भाजपा बिहार ने आर्थिक प्रबंधन और संसाधनों के कुशल उपयोग को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए राकेश तिवारी को प्रदेश कोषाध्यक्ष नियुक्त किया है। उनके सहयोग के लिए आशुतोष शंकर सिंह और नितिन अभिषेक को सह-कोषाध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी दी गई है। यह टीम पार्टी के वित्तीय संचालन में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए कार्य करेगी।
प्रदेश मंत्रियों की नई टोली: सामाजिक समरसता और क्षेत्रीय संतुलन का प्रतिनिधित्व
भाजपा की नई संगठनात्मक संरचना में 14 नेताओं को प्रदेश मंत्री बनाया गया है। इनमें संतोष रंजन राय, रतेश कुमार कुशवाहा, संजय गुप्ता, त्रिविक्रम सिंह, धनराज शर्मा, नंदलाल चौहान, रीता शर्मा, भीम साहू, अजय यादव, अनिल ठाकुर, मुकेश शर्मा, मनोज सिंह, शोभा सिंह और पूनम रविदास शामिल हैं। यह टीम विभिन्न सामाजिक वर्गों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती है, जो भाजपा की सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की नीति को सशक्त करती है।
13 नए प्रदेश उपाध्यक्ष: संगठन को गांव-गांव तक पहुंचाने की चुनौती
प्रदेश भाजपा ने अपनी कार्यकारी संरचना को मजबूत करने के उद्देश्य से 13 नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। इन नामों में सिद्धार्थ शंभु, प्रमोद चंद्रवंशी (MLC), राजेंद्र सिंह, अमृता भूषण, डॉ. धर्मशीला गुप्ता, सरोज रंजन पटेल, धीरेन्द्र कुमार सिंह, संजय खंडेलिया, संतोष पाठक, बेबी कुमारी, ललिता कुशवाहा, अशोक सहनी और अनामिका पासवान शामिल हैं। यह चयन जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को साधते हुए महिला प्रतिनिधित्व को भी उचित महत्व देता है।
महामंत्री पद पर अनुभव और नवाचार का समावेश
प्रदेश भाजपा ने अपने 5 नए महामंत्री नियुक्त किए हैं, जिनमें शिवेश राम, राजेश वर्मा, राधामोहन शर्मा, लाजवंती झा और राकेश कुमार प्रमुख हैं। इन नेताओं पर संगठनात्मक कार्यों को धार देने, जमीनी कैडर से संवाद स्थापित करने और बूथ स्तर पर भाजपा की पकड़ मजबूत करने की जिम्मेदारी रहेगी।
राजनीतिक संदेश और भविष्य की रणनीति
भाजपा द्वारा घोषित यह नई संगठनात्मक टीम कई स्तरों पर स्पष्ट राजनीतिक संदेश देती है:
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युवाओं और अनुभव का संतुलन: नए चेहरों को मौका देते हुए पार्टी ने अनुभवी नेताओं की सेवाओं को भी संरक्षित रखा है।
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महिला सशक्तिकरण: रीता शर्मा, शोभा सिंह, लाजवंती झा, बेबी कुमारी, ललिता कुशवाहा और अन्य महिला नेताओं की नियुक्ति इस ओर संकेत करती है कि भाजपा संगठन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना चाहती है।
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सामाजिक विविधता: अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC), अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), सवर्ण और अल्पसंख्यक समुदायों से प्रतिनिधियों को शामिल कर पार्टी ने सामाजिक संतुलन साधने का प्रयास किया है।
आगामी चुनावों की तैयारी: जमीनी स्तर पर कमान मजबूत
यह नई टीम लोकसभा चुनाव 2026 और बिहार विधानसभा चुनावों को लक्ष्य बनाकर गठित की गई है। पार्टी का उद्देश्य न केवल अपनी सांगठनिक उपस्थिति को गांव-गांव तक मजबूत करना है, बल्कि विपक्षी दलों की राजनीति का भी प्रभावी मुकाबला करना है।
प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने क्या कहा?
नवगठित टीम की घोषणा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा,
"यह टीम भाजपा के मूलभूत सिद्धांतों, संगठनात्मक अनुशासन और विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए, प्रदेश के कोने-कोने तक पार्टी को सशक्त बनाएगी। हमारा लक्ष्य न केवल चुनाव जीतना है, बल्कि बिहार के विकास में भागीदारी सुनिश्चित करना भी है।"
भाजपा की यह नई संगठनात्मक संरचना केवल चुनावी तैयारी का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह पार्टी के पुनर्गठन और जनआधारित राजनीति को सशक्त करने की एक रणनीतिक पहल है। दिलीप जायसवाल की नेतृत्व में यह टीम अब आने वाले महीनों में भाजपा को चुनावी जीत के साथ-साथ विचारधारा आधारित संगठन के रूप में भी मजबूत बनाने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
रिपोर्ट: PSA Live News | विशेष संवाददाता रिपोर्ट
संपादन: अशोक कुमार झा, संपादक – Ranchi Dastak व PSA Live News

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