क्या सीईओ जनपद पंचायत देवसर लेंगे गन्नई की इस गंभीर अनियमितता का संज्ञान, या फिर देंगे भ्रष्टाचार को संरक्षण?
सिंगरौली: जनपद पंचायत देवसर अंतर्गत ग्राम पंचायत गन्नई में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहाँ जमीनी हकीकत से दूर, सिर्फ मोबाइल से खींची गई तस्वीरों के आधार पर दैनिक उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जबकि कार्य स्थल पर मजदूरों की वास्तविक मौजूदगी संदेह के घेरे में है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 06 जुलाई 2025 को खींची गई सामूहिक फोटो को काम की उपस्थिति के रूप में पोर्टल पर अपलोड किया गया, जिसकी जियो-टैग लोकेशन और टाइमस्टैम्प शाम 7:44 बजे दर्शाया गया है। यह समय काम के घंटों के बाहर का है, जो स्वयं में अनियमितता का प्रमाण है।
खास बात यह है कि इस उपस्थिति को रोजगार सहायक द्वारा दर्ज किया गया है, और इससे जुड़े मनरेगा शाखा में बैठे अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। एक ही फोटो को आधार बनाकर 9 कार्यों की उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि इनमें से कई कार्य स्थल एक-दूसरे से भौगोलिक रूप से काफी दूर स्थित हैं।
यह साफ तौर पर दर्शाता है कि किस तरह बिना काम कराए मजदूरों की उपस्थिति दर्शाकर शासकीय राशि का गबन किया जा रहा है। यह मामला न केवल गरीब मजदूरों के हक पर डाका है, बल्कि सरकारी तंत्र में बैठे भ्रष्ट तंत्र की मिलीभगत की ओर भी इशारा करता है।

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