रामगढ़। श्रीकृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट के सचिव मनोज चौधरी एवं कोषाध्यक्ष सज्जन पाड़िया मंगलवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं आदिवासी नेता दिशोम गुरुजी दिवंगत श्री शिबू सोरेन के पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। यहां उन्होंने गुरुजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी और ट्रस्ट की ओर से गहरी शोक संवेदना व्यक्त की।
ट्रस्ट प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को व्यक्तिगत रूप से शोक संदेश पत्र सौंपा तथा दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की।
सचिव मनोज चौधरी ने कहा—
"दिशोम गुरुजी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि जनजातीय चेतना, न्याय और सामाजिक संघर्ष के अमर प्रतीक थे। उन्होंने संसद से लेकर सड़कों तक जन-जन की आवाज को मुखर किया और आदिवासी समाज को नई पहचान दिलाई।"
वहीं, कोषाध्यक्ष सज्जन पाड़िया ने कहा—
"गुरुजी का जीवन संघर्ष, सादगी और उच्च विचारों का प्रतीक था। वे लोकहित और समाज सेवा के लिए सदैव समर्पित रहे। उनकी स्मृति आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी। श्रीकृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट उनके दिखाए मार्ग पर चलने के लिए कृतसंकल्प है।"
गांव के कई स्थानीय लोग भी इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए और गुरुजी के योगदान को याद करते हुए उन्हें जननायक बताया।

कोई टिप्पणी नहीं: