माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 75वें जन्मदिन पर ‘सेवा पर्व’ : केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने 75 साहित्यकारों को किया सम्मानित
रांची। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 75वें जन्मदिन को पूरे देशभर में “सेवा पर्व” के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में राजधानी रांची में एक विशेष आयोजन का आयोजन केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ के आवास पर हुआ, जिसमें समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में साहित्य के योगदान को रेखांकित करते हुए 75 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्री संजय सेठ ने कहा कि – “साहित्य समाज का आईना है। हमारे साहित्यकार न केवल शब्दों के माध्यम से संस्कृति और सभ्यता को आगे बढ़ाते हैं, बल्कि सामाजिक समरसता, राष्ट्रभक्ति और नैतिक मूल्यों को भी जन-जन तक पहुँचाते हैं। ऐसे रचनाकारों का सम्मान वास्तव में समाज की आत्मा का सम्मान है।”
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री श्री कर्मवीर सिंह, पूर्व राज्यसभा सांसद श्री अजय मारू, भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री वरुण साहू समेत अनेक प्रबुद्धजन एवं साहित्यकार मौजूद रहे।
सम्मानित साहित्यकारों ने भी इस पहल के लिए केंद्रीय मंत्री संजय सेठ का आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन को “सेवा पर्व” के रूप में मनाना वास्तव में अद्भुत और प्रेरणादायी है। इससे यह संदेश जाता है कि राष्ट्र निर्माण में हर व्यक्ति अपनी भूमिका निभा सकता है—चाहे वह राजनीति में हो, सामाजिक कार्य में या फिर साहित्य-संस्कृति के क्षेत्र में।
आयोजन स्थल पर साहित्यकारों ने अपने विचार और कृतियों के अंश भी प्रस्तुत किए, जिससे वातावरण साहित्यिक और प्रेरणादायी बन गया। कार्यक्रम में रांची के वरिष्ठ साहित्यकारों से लेकर युवा लेखकों तक को सम्मानित किया गया, जिससे पीढ़ियों के बीच संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर भी मिला।
गौरतलब है कि पूरे देश में प्रधानमंत्री मोदी जी के जन्मदिन पर सेवा पर्व के तहत स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य शिविर, वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर, जन-जागरूकता कार्यक्रम और सम्मान समारोह जैसे विविध आयोजन किए जा रहे हैं। रांची में हुआ यह साहित्यकार सम्मान समारोह इस श्रृंखला की एक विशेष कड़ी के रूप में दर्ज हुआ है।
समारोह के अंत में श्री संजय सेठ ने आह्वान किया कि—“साहित्य, संस्कृति और समाज सेवा मिलकर ही नए भारत का निर्माण कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी का जीवन भी सेवा और समर्पण का प्रतीक है। हमें भी इसी भावना से समाज और राष्ट्र के लिए कार्य करते रहना चाहिए।”
सेवा पर्व के इस साहित्यिक आयोजन ने स्पष्ट संदेश दिया कि समाज की असली शक्ति उसके साहित्य, संस्कृति और सेवा भाव में निहित है।

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