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सिमडेगा में धार्मिक स्थल पर हमला — कोलेबिरा स्थित बाघचंडी मंदिर में तोड़फोड़ से आक्रोश, प्रशासन अलर्ट पर


सिमडेगा।
कोलेबिरा प्रखंड के काल्हाटोली गांव स्थित प्राचीन बाघचंडी मंदिर में शनिवार की रात अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा की गई तोड़फोड़ की घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश और तनाव फैल गया है। यह मंदिर न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है।

 कैसे हुई घटना

जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात अज्ञात लोगों ने मंदिर में घुसकर मुख्य दरवाज़े को तोड़ दिया और अंदर रखे कई धार्मिक सामानों को नुकसान पहुंचाया।
रविवार की सुबह जब मंदिर के मुख्य पुजारी पंचम सिंह रोज़ाना की तरह पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि—

  • मंदिर का मुख्य द्वार टूटा हुआ था,
  • त्रिशूल को नीचे फेंक दिया गया था,
  • म्यूजिक सिस्टम और चोंगा पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिए गए थे,
  • मंदिर के ऊपरी और अंदरूनी हिस्से की लाइटें तोड़ी गईं,
  • अगरबत्ती स्टैंड पलटा हुआ मिला,
  • और मंदिर के मुख्य पूजा स्थल के साथ छेड़छाड़ का भी प्रयास किया गया था।

पुजारी पंचम सिंह ने बताया कि “यह किसी सामान्य शरारत का मामला नहीं है। मंदिर में तोड़फोड़ सुनियोजित ढंग से की गई है, ताकि धार्मिक भावना को ठेस पहुंचे।

 ग्रामीणों में आक्रोश, भारी भीड़ जुटी

सुबह होते ही घटना की जानकारी फैलते ही ग्रामीणों की भारी भीड़ मंदिर परिसर में जमा हो गई। लोग गुस्से में थे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों ने कहा कि यह मंदिर उनकी आस्था का प्रतीक है और इस तरह की घटना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कुछ लोगों ने यह भी कहा कि “अगर प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो हम सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।

 प्रशासन ने संभाली स्थिति

घटना की सूचना मिलते ही कोलेबिरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया और सबूत एकत्रित किए। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए गश्त बढ़ा दी गई है।
थाना प्रभारी ने बताया कि “हम घटना के हर पहलू की जांच कर रहे हैं। जल्द ही दोषियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

 धार्मिक भावना भड़काने की आशंका

स्थानीय प्रशासन ने इस घटना को धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश के रूप में भी देखा है। क्षेत्र संवेदनशील होने के कारण आसपास के इलाकों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है।
डीएसपी स्तर के अधिकारियों ने भी मौके का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की।

 स्थानीय जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया

घटना की निंदा करते हुए कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने इसे “आस्था पर हमला” बताया। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दोषियों की जल्द गिरफ्तारी कर कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत न कर सके।

बाघचंडी मंदिर में हुई यह घटना न केवल स्थानीय धार्मिक भावनाओं को झकझोरने वाली है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि आखिर धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था कितनी मजबूत है।
फिलहाल पुलिस जांच जारी है, लेकिन ग्रामीणों के मन में असुरक्षा और आक्रोश दोनों गहराई से मौजूद हैं।

मंदिर सिर्फ ईंट-पत्थर का ढांचा नहीं होता, यह लोगों की आत्मा और विश्वास का प्रतीक होता है। ऐसे स्थान पर हमला पूरी समाज की भावना पर चोट है।

सिमडेगा में धार्मिक स्थल पर हमला — कोलेबिरा स्थित बाघचंडी मंदिर में तोड़फोड़ से आक्रोश, प्रशासन अलर्ट पर सिमडेगा में धार्मिक स्थल पर हमला — कोलेबिरा स्थित बाघचंडी मंदिर में तोड़फोड़ से आक्रोश, प्रशासन अलर्ट पर Reviewed by PSA Live News on 9:37:00 pm Rating: 5

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