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रामलीला मंचन का उद्देश्य समाज मे सत्य, धर्म, न्याय की स्थापना

 


हरियाणा/ हिसार (राजेश सलूजा) । भारत की संस्कृति और परंपराएं अपनी गहराई और समृद्धि के कारण पूरे विश्व में सम्मानित रही हैं। इन्हीं परंपराओं में रामलीला मंचन का विशेष महत्व है। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों को संजोने का माध्यम भी है।


भाजपा की वरिष्ठ महिला नेत्री एवं पूर्व प्रदेश मीडिया प्रभारी मालती अरोड़ा (पानीपत) ने कहा कि रामलीला मंचन का सबसे बड़ा उद्देश्य समाज में सत्य, धर्म और न्याय की स्थापना के संदेश को फैलाना है। भगवान श्रीराम के जीवन से हमें मर्यादा, त्याग, कर्तव्यनिष्ठा और आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है।


उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी आधुनिकता में अपनी जड़ों को भूलती जा रही है, ऐसे में रामलीला मंचन उन्हें भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं से जोड़ने का कार्य करता है। यह केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला और आदर्शों का पाठशाला है।


मालती अरोड़ा ने कहा कि रामलीला मंचन के माध्यम से बच्चों और युवाओं में चरित्र निर्माण, सामाजिक एकता और बुराई पर अच्छाई की विजय के संस्कार बोए जाते हैं। जब समाज एक साथ बैठकर रामलीला का आनंद लेता है तो यह सामूहिक सौहार्द और भाईचारे की भावना को भी मजबूत करता है।


उन्होंने यह भी कहा कि रामलीला हमें सिखाती है कि चाहे बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः विजय सत्य और धर्म की ही होती है। यही संदेश आज के समाज में सबसे अधिक प्रासंगिक है।


अंत में मालती अरोड़ा ने कहा –

"रामलीला केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का दर्पण है। इसका उद्देश्य हर व्यक्ति को यह याद दिलाना है कि जीवन में मर्यादा, कर्तव्य और धर्म का पालन ही वास्तविक सफलता और सुख का मार्ग है।"

रामलीला मंचन का उद्देश्य समाज मे सत्य, धर्म, न्याय की स्थापना रामलीला मंचन का उद्देश्य समाज मे सत्य, धर्म, न्याय की स्थापना Reviewed by PSA Live News on 8:59:00 pm Rating: 5

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