ब्रह्माकुमारी संस्थान में पूर्व केंद्र संचालिका बी.के. वीणा बहन की स्मृति में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित
रांची। ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, रांची केंद्र में पूर्व केंद्र संचालिका बी.के. वीणा बहन की पुण्य स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में साधक-साधिकाएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम में वीणा बहन के आध्यात्मिक योगदान, सेवा भावना और जीवन मूल्यों को भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत वर्तमान केंद्र संचालिका बी.के. निर्मला बहन सहित अन्य ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पण के साथ हुई। वक्ताओं ने कहा कि रांची में ब्रह्माकुमारी संस्था को सशक्त आधार देने में बी.के. वीणा बहन की भूमिका ऐतिहासिक रही है। उन्होंने जिस आध्यात्मिक दृष्टि और सेवा भाव के साथ ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कार्यों को आगे बढ़ाया, उसी परंपरा को आज केंद्र संचालिका बी.के. निर्मला बहन निरंतर आगे बढ़ा रही हैं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अभय नंदन अम्बष्ट, संयुक्त सचिव, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, झारखंड सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि बी.के. वीणा बहन की वाणी भले ही आज भौतिक रूप में शांत हो गई हो, लेकिन उनके जीवन के महान आदर्श, दृढ़ संकल्प और आध्यात्मिक शक्ति आज भी दूर-दूर तक अपना प्रभाव छोड़ रहे हैं। उनके विचारों ने न केवल संस्था से जुड़े लोगों को बल्कि समाज के अनेक वर्गों को सकारात्मक दिशा प्रदान की।
कार्यक्रम में उपस्थित हुंडई मोटर्स के क्षेत्रीय वरिष्ठ प्रबंधक अमरजीत जी ने कहा कि बी.के. वीणा बहन के जीवन में धैर्य सर्वोच्च गुण के रूप में दृष्टिगोचर होता था। धैर्य के साथ-साथ उनमें मधुरता, करुणा और सभी के प्रति शुभ भावना एवं शुभ कामना सदैव बनी रहती थी। यही गुण उन्हें एक प्रेरणादायी आध्यात्मिक व्यक्तित्व के रूप में स्थापित करते हैं।
केंद्र संचालिका बी.के. निर्मला बहन ने अपने उद्बोधन में कहा कि वीणा बहन की कर्मेंद्रियों ने अपने सेवाकार्य के माध्यम से अनगिनत लोगों को प्रेरणा दी। उनके मुख से निकले स्नेहपूर्ण शब्द सदैव दुआ और आशीर्वाद से परिपूर्ण रहते थे। वे अक्सर कहा करती थीं कि हम जो भी कार्य करते हैं, वह इस संसार रूपी ड्रामा में निभाई जा रही भूमिका है, और यह कर्म आत्मा पर स्थायी संस्कार छोड़ते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जब इस भाव के साथ जीवन जिया जाता है, तब प्रत्येक हृदय में संसार के प्रति निर्मल प्रेम की धारा प्रवाहित होती है और हर व्यक्ति अपनी सुखद अनुभूतियों को दूसरों के साथ बांटने के लिए प्रेरित होता है।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर बी.के. निर्मला बहन ने उपस्थित सभी लोगों से आह्वान किया कि वे बिना एक क्षण गंवाए, रोग, शोक और तनाव में डूबी पूरी मानवता को परमपिता परमात्मा — सृजनहार, हितकारी और कल्याणकारी शिव पिता — का परिचय दें। उन्होंने कहा कि स्वयं परमात्मा इस धरती पर ब्रह्मा तन का आधार लेकर आत्माओं के कल्याण हेतु कार्यरत हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि राजयोग के माध्यम से परमात्मा से सच्चे मन, पूर्ण श्रद्धा, आस्था और प्रेम भाव के साथ जुड़कर न केवल अपनी आत्मा को पूर्णता प्रदान की जा सकती है, बल्कि अपने जीवन को दिव्य स्वरूप देकर दूसरों के जीवन को भी धन्य बनाया जा सकता है।
श्रद्धांजलि सभा भावपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई, जिसमें उपस्थित सभी लोगों ने बी.के. वीणा बहन के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
Reviewed by PSA Live News
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10:24:00 pm
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