रांची। कांग्रेस मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माता को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में भाजपा महिला मोर्चा ने सोमवार को ज़ोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह के नेतृत्व में हजारों की संख्या में महिला कार्यकर्ताओं ने जयपाल सिंह स्टेडियम से कांग्रेस कार्यालय तक मार्च निकालकर कांग्रेस नेताओं से माफी की मांग की।
महिला मोर्चा का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की सभा से ऐसी अशोभनीय और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया, जिसने पूरे देशवासियों की भावनाओं को आहत किया है। इसी कृत्य के विरोध में महिला मोर्चा ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आह्वान किया था।
लेकिन प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यालय के समीप पुलिस और प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच झड़प हो गई। भाजपा महिला मोर्चा का आरोप है कि पुलिस ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज किया और पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के साथ मारपीट की।
महिला पदाधिकारियों को लगी गंभीर चोटें
- प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह को हाथ में गंभीर चोट लगी।
- मीडिया प्रभारी कुमुद झा को पुलिस ने घुटनों से मारा, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव और पैर में चोट आई।
- पायल सोनी, जिला अध्यक्ष को पैर में चोटें आईं।
- नीलम चौधरी, मंत्री को हाथ में चोट लगी।
- सूचिता सिंह, प्रवक्ता और बबिता झा, उपाध्यक्ष को भी कई जगह गंभीर चोटें आई हैं।
आरती सिंह ने पुलिस कार्रवाई को "बर्बरतापूर्ण और अमानवीय" बताते हुए कहा—
“पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं पर लात, घूंसे और लाठी से हमला करना निंदनीय है। यह लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। हम इस अत्याचार को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे और आगे भी कांग्रेस की अशोभनीय हरकतों के खिलाफ सड़क से सदन तक लड़ाई जारी रखेंगे।”
कांग्रेस की टिप्पणी पर भड़का आक्रोश
भाजपा महिला मोर्चा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री की माता पर अभद्र टिप्पणी न केवल नैतिकता के खिलाफ है, बल्कि हिंदुस्तानी संस्कृति और मातृत्व की गरिमा पर भी सीधा आघात है। मोर्चा ने कांग्रेस से सार्वजनिक माफी की मांग की है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
भाजपा महिला मोर्चा ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से सवाल किया है कि आखिर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खिलाफ इतनी कठोर कार्रवाई क्यों की गई? इस घटना को लेकर पूरे राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं और महिलाओं में गहरा आक्रोश है।

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