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मजदूरों के बोर्ड का पोर्टल खोले सरकार, तभी होगा असली सम्मान : इंटक यूनियन

प्रदेश के निर्माण मजदूर 17 सितम्बर को रोहतक में करेंगे जोरदार विरोध


हिसार (राजेश सलूजा)। 
भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित निर्माण मजदूरों को राहत दिलाने की मांग को लेकर भवन निर्माण मजदूर संघ इंटक यूनियन ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। यूनियन ने साफ कहा कि सरकार मजदूरों का हितैषी होने का ढोंग कर रही है। जब प्रदेशभर के हजारों मजदूर संकट में हैं, तब सरकार मजदूर सम्मान समारोह की तैयारी में व्यस्त है। मजदूरों का कहना है कि उनका असली सम्मान तभी होगा जब सरकार मजदूर कल्याण बोर्ड का पोर्टल तत्काल खोले और रुके हुए लाभों के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित मजदूरों को राहत प्रदान करे।

हिसार में इंटक यूनियन के सभी ब्लॉक प्रधानों की अहम बैठक जिलाध्यक्ष जोरा सिंह पाबड़ा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में प्रदेशाध्यक्ष धर्मबीर सिंह लोहान और प्रदेश महासचिव कृष्ण कुमार नैन विशेष तौर पर मौजूद रहे। नेताओं ने कहा कि बाढ़ और बारिश से कई जिलों में मजदूरों के घर टूट गए हैं, रोज़गार ठप हो गया है और परिवार दाने-दाने को मोहताज हो रहे हैं। ऐसे में बोर्ड की साइट दो महीने से बंद पड़ी है, जिससे मजदूरों को कोई लाभ नहीं मिल रहा।

सरकार से उठाई प्रमुख मांगें

बैठक में मजदूर नेताओं ने प्रदेश सरकार से तत्काल निम्नलिखित कदम उठाने की मांग की—

  • निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड का पोर्टल खोला जाए, ताकि मजदूरों को रुकी हुई योजनाओं का लाभ मिल सके।
  • जिन मजदूर परिवारों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें आर्थिक सहायता दी जाए और जिनके मकान पूरी तरह ढह गए हैं, उनके लिए स्थायी आवास का प्रबंध किया जाए।
  • मजदूरों की रोज़गार हानि की क्षतिपूर्ति दी जाए।
  • मनरेगा योजना के तहत सभी गांवों में तुरंत काम शुरू कराया जाए और शहरी मजदूरों को भी रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
  • मजदूरों का दैनिक वेतन 800 रुपये किया जाए।
  • निर्माण मजदूरों की 90 दिन की वेरिफिकेशन का अधिकार यूनियनों को सौंपा जाए।

17 सितम्बर को विरोध प्रदर्शन

यूनियन ने घोषणा की कि 17 सितम्बर को रोहतक में होने वाले सरकार के मजदूर सम्मान समारोह के मौके पर प्रदेशभर से हजारों मजदूर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। मजदूर नेताओं का कहना है कि “आज मजदूरों को सम्मान की नहीं, राहत की ज़रूरत है। सरकार अगर सचमुच मजदूरों का भला चाहती है तो समारोहों की बजाय राहत पैकेज और ठोस कदम उठाए।”

बैठक में शामिल रहे प्रतिनिधि

बैठक में उकलाना प्रधान केसर गहलोत, नारनौंद प्रधान सुरेन्द्र सैनी, बालसमंद प्रधान प्रदीप कुमार, बांडा हेड़ी प्रधान खेड़ी चौपटा चतर सिंह, अग्रोहा प्रधान धर्मवीर कुलेरी, आदमपुर प्रधान अनूप सारंगपुर, बरवाला प्रधान मीना खेदड़, महिला विंग जिलाध्यक्ष सुनीता सिवानी, प्रवीन बोस्ती, अनिल, राधेश्याम, संजय मितल और जितेंद्र मलिक समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

मजदूरों के बोर्ड का पोर्टल खोले सरकार, तभी होगा असली सम्मान : इंटक यूनियन मजदूरों के बोर्ड का पोर्टल खोले सरकार, तभी होगा असली सम्मान : इंटक यूनियन Reviewed by PSA Live News on 2:13:00 pm Rating: 5

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