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पेंशन दरबार-सह-सेवा निवृत्ति विदाई सम्मान समारोह का आयोजन

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में नौ शिक्षकों को मिला सेवानिवृत्ति दिवस पर ही समस्त लाभ


रांची। 
समाहरणालय, ब्लॉक-ए के कॉन्फ्रेंस कक्ष में आज एक गरिमामय और भावनात्मक अवसर का साक्षी बना, जब जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त, रांची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में पेंशन दरबार-सह-सेवा निवृत्ति विदाई सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में शिक्षा जगत को अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाले नौ शिक्षकों को न केवल शाल, मोमेंटो और सम्मान पत्र देकर अभिनंदित किया गया, बल्कि उन्हें उनके सेवानिवृत्ति के दिन ही समस्त पेंशन और अन्य सेवा लाभ भी प्रदान कर दिए गए।

यह पहल रांची जिला प्रशासन की तेज, पारदर्शी और संवेदनशील कार्यशैली को प्रदर्शित करती है, जो अन्य जिलों और विभागों के लिए भी अनुकरणीय उदाहरण है।

सम्मानित शिक्षकों के नाम

समारोह में जिन नौ शिक्षकों को सम्मानित किया गया, वे हैं:

  1. श्रीमती तलत फातमा, सहायक शिक्षिका, राजकीय मध्य विद्यालय उर्दू हिन्दपीढ़ी, रांची-2।
  2. श्रीमती सुनिता कुमारी, सहायक शिक्षिका, राजकीय मध्य विद्यालय अशोकनगर, रांची-2।
  3. श्रीमती रेखा कच्छप, सहायक शिक्षिका, राजकीय मध्य विद्यालय चुद्ध, कांके।
  4. श्री सच्चिदानंद महतो, सहायक शिक्षक, राजकीय मध्य विद्यालय अरसंडे, कांके।
  5. श्रीमती नीलम अंजु पुर्ति, सहायक शिक्षिका, राजकीय मध्य विद्यालय मासु, अनगड़ा।
  6. श्रीमती पुष्पा टोप्पो, सहायक शिक्षिका, राजकीय मध्य विद्यालय अनगड़ा।
  7. श्री मनोज कुमार सिंह, सहायक शिक्षक, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय गुड़गुड़जाड़ी, मांडर।
  8. श्री सोमर साहु, सहायक शिक्षक, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पांडु, लापुंग।
  9. श्रीमती खीस्त दुलारी सुबरदानी कुल्लू, सहायक शिक्षिका, बेथेसदा बालिका मध्य विद्यालय, रांची।

उपायुक्त का संबोधन

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने अपने संबोधन में कहा:
“शिक्षक समाज के सच्चे निर्माता होते हैं। आपने अपने कार्यकाल में न केवल ज्ञान दिया बल्कि बच्चों के जीवन को सही दिशा भी प्रदान की। यह समाज के लिए सबसे बड़ा योगदान है। सेवानिवृत्ति का अर्थ जीवन का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। मेरी शुभकामनाएं हैं कि आप अपने जीवन की अगली पारी में भी सक्रिय रहें, नए कार्यों में उपलब्धियां अर्जित करें और समाज को प्रेरित करते रहें।”

उन्होंने आगे कहा कि रांची जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि सेवानिवृत्ति के दिन ही सभी लाभ उपलब्ध हों, ताकि कर्मचारी किसी भी प्रकार की परेशानी या प्रतीक्षा से न गुजरें।

विशेष पहल और महत्व

यह आयोजन प्रशासनिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। पारंपरिक रूप से कर्मचारियों को उनके पेंशन व अन्य सेवा लाभ प्राप्त करने में महीनों लग जाते थे, जिससे उन्हें आर्थिक और मानसिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। लेकिन रांची जिला प्रशासन ने इस बाधा को तोड़ते हुए यह व्यवस्था सुनिश्चित की कि सेवानिवृत्ति वाले दिन ही सभी लाभ उपलब्ध हों।

यह न केवल प्रशासन की दक्षता को दर्शाता है बल्कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का भी परिचायक है।

जिला शिक्षा अधीक्षक और टीम की भूमिका

उपायुक्त ने इस आयोजन की सफलता के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक और उनकी पूरी टीम की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से शिक्षा विभाग ने पूरी निष्ठा के साथ यह कार्य किया है, वह प्रशंसनीय और प्रेरणादायक है।

भविष्य की दिशा

उपायुक्त ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन केवल शिक्षा विभाग तक सीमित नहीं रहने चाहिए, बल्कि अन्य सभी विभागों को भी इसे अपनाना चाहिए। यदि सभी विभाग इस दिशा में आगे आएं, तो हर सेवानिवृत्त कर्मचारी को उसके अधिकार समय पर मिल पाएंगे।

समापन

यह पेंशन दरबार-सह-सम्मान समारोह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह शिक्षा और शिक्षकों के प्रति गहरी कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक बना। यह आयोजन न केवल विदाई का अवसर रहा बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि ज्ञान और सेवा का मूल्य अमूल्य है, और इसे जीवन के हर चरण में संजोकर रखना चाहिए।

रांची जिला प्रशासन की यह पहल निश्चय ही राज्य भर में एक नई मिसाल बनेगी और आने वाले समय में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के जीवन में सहजता और गरिमा लाने का मार्ग प्रशस्त करेगी।

पेंशन दरबार-सह-सेवा निवृत्ति विदाई सम्मान समारोह का आयोजन पेंशन दरबार-सह-सेवा निवृत्ति विदाई सम्मान समारोह का आयोजन Reviewed by PSA Live News on 3:49:00 pm Rating: 5

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