रांची में सांसद कला महोत्सव का शानदार आयोजन, बच्चों ने ऑपरेशन सिंदूर और प्रधानमंत्री मोदी के सैन्य प्रेम को उतारा कैनवास पर
रांची। लगातार कई दिनों से चल रहे सांसद कला महोत्सव के तहत रविवार को राजधानी रांची के विभिन्न प्रतिष्ठित विद्यालयों — डीएवी गांधीनगर, टोरियन वर्ल्ड स्कूल, जिला स्कूल और डीपीएस — में पेंटिंग कार्निवल 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में सैकड़ों बच्चों ने अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए ऑपरेशन सिंदूर और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सैन्य प्रेम को कैनवास पर सजीव रूप दिया। बच्चों की बनाई पेंटिंग्स न केवल उनकी कलात्मक क्षमता का प्रमाण थीं बल्कि राष्ट्र के प्रति उनके असीम प्रेम और समर्पण की भावनाओं का भी प्रतीक बनीं।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ सभी विद्यालयों में विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों के उत्साह और कला प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि—
“इस प्रतियोगिता को लेकर बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। छोटे-छोटे हाथों ने देशभक्ति की ऐसी अद्भुत झलक प्रस्तुत की है जो वास्तव में सराहनीय है। इन पेंटिंग्स को हम सीमा पर तैनात अपने वीर जवानों तक पहुँचाएंगे। यह बच्चों की ओर से उन शूरवीरों के साहस और त्याग को नमन होगा, जो दिन-रात हमारी सरहदों की रक्षा कर रहे हैं।”
प्रतियोगिता के दौरान देशभक्ति के रंगों से सजी पेंटिंग्स को देखकर मौजूद सभी लोग भावुक हो उठे। पेंटिंग्स में सैनिकों के साहस, तिरंगे की शान और प्रधानमंत्री मोदी जी के सैन्य समर्पण का शानदार चित्रण देखने को मिला।
पाँच सर्वश्रेष्ठ बच्चों को मिला सम्मान
पेंटिंग प्रतियोगिता में पाँच बच्चों की कलाकृतियों को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। इन विजयी प्रतिभागियों को केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने स्वयं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इसके अलावा सभी प्रतिभागी बच्चों को भी उत्साहवर्धन के लिए पुरस्कृत किया गया।
आयोजन में अनेक गणमान्य उपस्थित
इस अवसर पर रमेंद्र कुमार, राजीव सहाय, मनोज गुप्ता, धनंजय कुमार, रजनीश रंजन, मनोज तिवारी, शुभंकर, खुशी कुमारी, रतन अग्रवाल, रूही कुमारी, कृष्ण कुमार, मंजू लता जायसवाल, धीरज महतो, प्रीतम साहू, रितेश मुंडा, प्रमोद सिंह और दिवाकर चौबे सहित कई शिक्षाविद्, सामाजिक कार्यकर्ता और अभिभावक भी उपस्थित रहे।
बच्चों की भावनाएँ सीमा तक
सांसद कला महोत्सव की यह पहल इसलिए भी खास है क्योंकि यहाँ बनाई गई पेंटिंग्स सीमा पर तैनात सैनिकों तक पहुँचाई जाएँगी। यह बच्चों की ओर से उन सैनिकों के लिए एक अनमोल उपहार होगा, जो हर परिस्थिति में देश की सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
इस प्रकार सांसद कला महोत्सव ने न केवल बच्चों को अपनी कला क्षमता प्रदर्शित करने का अवसर दिया बल्कि उन्हें देशभक्ति और राष्ट्र सेवा के मूल्यों से भी गहराई से जोड़ने का कार्य किया।

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