धान-बाजरा खरीद को लेकर व्यापारी प्रतिनिधियों की बैठक, बजरंग गर्ग ने सरकार से की बोनस और समय पर खरीद शुरू करने की मांग
हिसार (राजेश सलूजा): हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कॉन्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में व्यापारी प्रतिनिधियों की अहम बैठक हुई। बैठक में धान, बाजरा और अन्य अनाजों की खरीद को लेकर गहन चर्चा हुई। इस दौरान किसानों की स्थिति, बढ़ती लागत, घटते उत्पादन और सरकारी नीतियों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
धान व बाजरा की खरीद में देरी से किसान-आढ़ती नाराज
बजरंग गर्ग ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को धान और बाजरा की सरकारी खरीद 15 सितंबर से शुरू करनी चाहिए थी। लेकिन खरीद प्रक्रिया में देरी से किसान और आढ़तियों में गहरी नाराजगी है।
उन्होंने कहा कि धान का उत्पादन इस साल पिछले साल के मुकाबले 30 से 40 प्रतिशत तक घटा है। ऐसे में किसानों को फायदा होने की बजाय भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों को 500 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग
बजरंग गर्ग ने स्पष्ट कहा कि सरकार को धान खरीद पर किसानों को 500 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देना चाहिए, ताकि उत्पादन में आई गिरावट से होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके।
उन्होंने कहा –
"खेती में इनकम लगातार घट रही है और खर्च बढ़ रहा है। ऐसे हालात में किसानों को बोनस और समय पर फसल की खरीद, दोनों जरूरी हैं।"
27 लाख एकड़ में फसल बर्बाद, तुरंत मुआवजे की जरूरत
हरियाणा में हाल ही में हुई भारी बारिश और बाढ़ से लगभग 27 लाख एकड़ जमीन पर फसलें पूरी तरह खराब हो गई हैं। बजरंग गर्ग ने सरकार से मांग की कि प्रभावित किसानों को तुरंत मुआवजा राशि दी जाए ताकि वे अगली फसल की बिजाई कर सकें।
कपास और सरसों की भी एमएसपी पर खरीद जरूरी
उन्होंने कहा कि सरकार को केवल धान और बाजरा ही नहीं, बल्कि कपास, सरसों और अन्य फसलों को भी आढ़तियों के माध्यम से एमएसपी पर खरीदना चाहिए। इससे किसानों और आढ़तियों दोनों को स्थिरता मिलेगी।
खेती की लागत बढ़ी, आय घटी
बजरंग गर्ग ने कहा कि किसानों की आय कम होती जा रही है, जबकि खेती पर खर्च दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
- खाद, बीज, कीटनाशक और दवाइयों के दामों में 40 से 150 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है।
- डीजल, मोटर, ट्रैक्टर और मशीनरी पार्ट्स के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
उन्होंने मांग की कि खेती में उपयोग होने वाले खाद, बीज और दवाइयों पर जीएसटी समाप्त किया जाए, ताकि किसानों को टैक्सों के बोझ से राहत मिल सके।
बैठक में मौजूद प्रतिनिधियों ने रखे विचार
बैठक में अनाज मंडी एसोसिएशन के जिला प्रधान पवन गर्ग, पूर्व प्रधान संजय गोयल, उप प्रधान बजरंग असरावां व संजय नागपाल, मंडी मंदिर के प्रधान अशोक गुप्ता, मंडी हॉस्पिटल के प्रधान अनिल जैन, खल-बिनोला एसोसिएशन के प्रधान त्रिलोक कंसल, अग्रवाल संगठन के महासचिव सत्य प्रकाश आर्य, सुभाष भाटिया, प्रदेश सचिव निरंजन गोयल, सुभाष कुमार सहित अनेक प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।
सभी ने एक स्वर में कहा कि सरकार को धान और बाजरा की खरीद समय पर शुरू करनी चाहिए, किसानों को बोनस दिया जाए और खेती से जुड़ी सामग्री पर टैक्स खत्म कर राहत प्रदान की जाए।

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